- संचारी बीमारियों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तैयार की योजना
- उत्तर प्रदेश में बनेगा एडवांस सेन्टर फॉर वायरस रिसर्च इंस्टीट्यूट
- कोविड-19 के संक्रमण पर रोक लगाने के लिए कदम उठा रही सरकार
लखनऊ : कोविड-19, जे.ई., डेंगू जैसे वायरसों को ध्यान में रखते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडवांस सेन्टर फॉर वायरस रिसर्च एण्ड थेरेप्यूटिक्स स्थापित करने की योजना तैयार की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर प्रदेश में एडवांस सेन्टर फॉर वायरस रिसर्च एण्ड थेरेप्यूटिक्स स्थापित किए जाने के सम्बन्ध में दिए गए प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया। यह प्रस्तुतीकरण सी.एस.आई.आर.-सी0.डी.आर.आई., के.जी.एम.यू. लखनऊ तथा ए.के.टी.यू. लखनऊ द्वारा दिया गया।
सीएम ने अधिकारियों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बी.एस.एल.-4 स्तर के एडवांस सेन्टर फॉर वायरस रिसर्च एण्ड थेरेप्यूटिक्स स्थापित किए जाने हेतु ठोस कार्य योजना प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस सम्बन्ध में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव प्राविधिक शिक्षा तथा अपर मुख्य सचिव वित्त को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए और कहा कि अधिकारीगण सी.एस.आई.आर.-सेन्ट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट, किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ तथा डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ के साथ इस सम्बन्ध में विचार-विमर्श करते हुए शीघ्र कार्यवाही करें।
जे.ई., डेंगू भी हैं चुनौती
सीएम योगी ने कहा कि कोविड-19, जे.ई., डेंगू सहित अन्य वायरस के दृष्टिगत प्रदेश को वायरस के सम्बन्ध में एक उन्नत व उत्कृष्ट शोध संस्थान की आवश्यकता है। वायरस और इससे प्रसारित संक्रमण पूरी दुनिया के समक्ष हमेशा एक चुनौती रहा है। कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी इसका एक उदाहरण है। इसी प्रकार जे.ई., डेंगू एवं अन्य वायरल जनित रोग भी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में के.जी.एम.यू. और सी.डी.आर.आई. जैसे उत्कृष्ट संस्थान मौजूद हैं, जो इस दिशा में बेहतर कार्य कर सकते हैं। इसी प्रकार ए.के.टी.यू., कम्प्यूटर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में अपनी सेवाएं प्रदान कर सकता है।