- करप्शन को लेकर योगी ने दिया अधिकारियों को आदेश- भ्रष्टाचारियों के वेतन से हो जनता की गाढ़ी कमाई की वसूली
- त्योहारों के सीजन से पर सड़कों गड्ढामुक्त और नवनिर्माण करें- योगी
- निर्माण कार्यों में किसी भी तरह की कोताही नहीं होगी बर्दाश्त- योगी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर भ्रष्टाचार के प्रति अपनी जीरो टॉलरेंस की नीति को दोहराते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बरेली मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने जन प्रतिनिधियों से संवाद किया। इस दौरान योगी ने कहा कि प्रदेशवासियों के पैसे का शत- प्रतिशत उपयोग होना चाहिए और सभी विकास परियोजनाओं को समय सीमा के तहत पूरा किया जाना चाहिए। योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वो त्योहारों के सीजन से पहले सड़कों गड्ढामुक्त और नवनिर्माण करें।
अधिकारियों को दो टूक
इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से दो टूक कहा कि विकास का जो भी पैसा है वो जनता की गाढ़ी कमाई का हिस्सा हैं और इसकी पाई-पाई का सदुपयोग होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस मद के लिए पैसा आवंटित किया गया है, उसी के लिए इसका प्रयोग होना चाहिए। योगी ने कहा कि अगर कहीं से भी भ्रष्टाचार की शिकायत आथी हैं तो उसकी जांच करवाएं और दोषी अधिकारियों या कर्मचारियों के वेतन से इसकी वसूली करें। यहीं नहीं मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि ऐसे मामलों में दोषियों की संपत्ति जब्त करने की भी कार्यवाही होनी चाहिए।
तुरंत पूरे करें कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा, 'सड़क कार्यों से जुड़े कोई भी निर्माण कार्य अधूरे नही रहने चाहिए। इसे तुरंत पूरा करें। स्मार्ट सिटी और अमृत सिटी योजना के प्रस्ताव त्वरित तथा पारदर्शी ढंग से स्वीकृत किए जाएं। इस योजना के तह के तहत पेयजल और सीवरेज कनेक्शन उपभोक्ताओं के शीघ्रता से उपलब्ध कराए जाएं जिससे शहरी इलाकों की जनता को लाभ मिल सके।'
तुरंत पूरे कराएं जाए कार्य
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि कोविड अस्पतालों में आईसीयू बेड्स की संख्या और बढ़ाई जाए। अस्पतालों में दवाई और ऑक्सीजन की पूरी उपलब्धता हो, जिससे इलाज में कोई दिक्कत न आए। उन्होंने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेज बदायूं का अवशेष निर्माण कार्य को भी तुरंत पूरा किया जाए और बरेली में 300 बैड के संयुक्त अस्पताल को तेजी से पूरा कराते हुए इसमें कोविड अस्पताल का संचालन शीघ्र कराया जाए।