लखनऊ : स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राजधानी लखनऊ और अन्य शहरों में सिलसेलेवार हमलों की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार अलकायदा के दोनों संदिग्ध आतंकवादी एटीएस की पूछताछ में राज से पर्दा उठाने लगे हैं। यूपी एटीएस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तार आतंकी मिनाज अहमद और मसीरूद्दीन ने बताया है कि वे लखनऊ में अलकायदा से जुड़े अपने 'कमांडरों' से मिलने वाले थे। बता दें कि यूपी एटीएस ने दो दिन पहले रविवार को आतंक की बड़ी साजिश का पर्दाफाश करते हुए लखनऊ से इन दोनों आतंकियों को गिरफ्तार किया।
14 दिनों की पुलिस रिमांड में हैं दोनों संदिग्ध
यूपी एटीएस ने इन दोनों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया और पूछताछ के लिए इनकी 14 दिनों की हिरासत मांगी जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया। एटीएस अब इनकी साजिशों एवं आतंकी नेटवर्क के बारे में पूछताछ कर रही है। एटीएस के सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के दौरान मिनाज और मसरूद्दीन ने बताया है कि वे अपने अलकायदा के हैंडलर्स से मिलने वाले थे। इस मुलाकात में वे उनसे हमले की साजिश से जुड़ा प्लान साझा करते। सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में अलकायदा के कमांडरों में से एक लखनऊ आता जबकि दूसरी पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसी स्थान पर छिपता।
अन्य शहरों में हो सकती है एटीएस की छापेमारी
यूपी एटीएस मिनाज और मसरूद्दीन के मोबाइल फोन का जांच भी कर रही है। पूछताछ में एटीएस को यह भी पता चला है कि कुछ समय पहले अलकायदा से जुड़े लोगों ने कानपुर का दौरा किया था। इस दौरान वे मस्जिदों में गए और वहां से कुछ जानकारियां जुटाईं। इन दोनों के खुलासे के आधार पर एटीएस अपनी जांच आगे बढ़ा रही है। एटीएस लखनऊ के अलावा कानपुर में छापे मारी कर रही है। आने वाले दिनों में पश्चिम उत्तर प्रदेश सहित यूपी के अन्य शहरों में छापेमारी हो सकती है। आशंका जताई जा रही है कि साजिश के इस नेटवर्क में मिनाज और मसरूद्दीन के अलावा अन्य स्थानीय लोग भी शामिल हो सकते हैं।