मुंबई : देश के सबसे बड़े कारोबारी मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से भरी कार मिलने और फिर इसके मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बीच मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाझे का ट्रांसफर कर दिया गया है। इस मामले में उन्हें लेकर कई सवाल उठ रहे थे। इस मामले में वाझे की भूमिका को लेकर बीजेपी लगातार सवाल उठा रही थी।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को राज्य विधानसभा में यह मसला उठाते हुए वाझे की गिरफ्तारी की मांग की थी। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि घटना से पहले यह कार चार महीने तक वाझे के पास ही थी। बीजेपी नेता आशीष शेलार ने पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि वाझे इस मामले में सबूतों से छेड़छाड़ कर रहे थे, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
क्या है मामला?
यहां उल्लेखनीय है कि दक्षिण मुंबई में अंबानी के आवास 'एंटीलिया' के पास गत 25 फरवरी को एक स्कॉर्पियो में जिलेटिन की 20 छड़ें मिली थीं, जिसके बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया था। बाद में पुलिस ने बताया था कि यह गाड़ी 18 फरवरी को चोरी हो गई थी। वाहनों के कलपुर्जे (ऑटो पार्ट्स) के डीलर मनसुख हिरेन को इस वाहन का मालिक बताया गया था।
इस मामले में अभी जांच जारी थी कि बीते शुक्रवार (5 मार्च) को ठाणे जिले में हिरेन का शव संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद किया गया, जिसके बाद मामले को लेकर रहस्य और गहरा गया। मनसुख की पत्नी ने इस मामले में एफआई भी दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने सचिन वाझे को अपने पति के 'कत्ल' के लिए जिम्मेदार ठहराया है। बीजेपी इस मसले को जोरशोर से उठा रही है। इस मामले को लेकर बढ़ते दबाव के बीच अब वाझे के तबादले की सूचना सामने आई है।