- उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर 25 फरवरी को मिली थी लावारिस कार
- स्कॉर्पियो गाड़ी में विस्फोटक सामग्री जिलेटिन की करीब 20 छड़े बरामद हुई थीं
- जांच में पता चला था कि यह गाड़ी मनसुख हीरेन नाम के व्यक्ति के पास थी
मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि मनसुख हीरेन मौत मामले में जो भी दोषी होगा उसे सजा मिलेगी लेकिन पुलिस ऑफिसर सचिन वाझे को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए जब तक कि इस मामले में उसकी कथित भूमिका साबित नहीं हो जाती। मनसुख की संदिग्ध मौत में असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर वाझे की भूमिका पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़णवीस ने सवाल उठाए हैं। मामले विपक्ष के बढ़ते दबाव के बाद राज्य सरकार ने मुंबई क्राइम ब्रांच से वाझे का तबादला कर दिया है।
25 फरवरी को अंबानी के घर के बाहर मिली कार
मुंबई में गत 25 फरवरी को उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर लावारिस हालत में मिली स्कॉर्पियो में विस्फोटक सामग्री जिलेटिन की करीब 20 छड़े थीं। जांच में पता चला कि यह एसयूवी मनसुख हीरेन की थी। कुछ दिनों पहले मनसुख की लाश ठाणे में मिली। मनसुख की पत्नी ने मुंबई एटीएस को दिए गए अपने बयान में वाजे की भूमिका संदिग्ध होने के आरोप लगाए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, 'सचिन वाझे ओसामा बिन लादेन नहीं है। किसी व्यक्ति को टार्गेट करना, उसे लटका देना फिर जांच करना, यह ठीक नहीं है।'
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा-पहले जांच होने दें
ठाकरे ने कहा कि इस मामले की जांच होने दीजिए। इस मामले में जो कोई भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। उद्धव महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र की समाप्ति के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। फड़णवीस का दावा है कि वाझे ठाकरे की पार्टी शिवसेना का सदस्य है। उद्धव ने कहा कि साल 2008 में वाझे पार्टी में शामिल हुआ लेकिन इसके बाद उसने अपनी सदस्यता का नवीनीकरण नहीं कराया। उन्होंने कहा, 'उसका शिवसेना से कोई लेना-देना नहीं है।' ठाकरे ने कहा, ‘दादरा नागर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल खेड़ा पटेल भी पहले भाजपा में थे जिनका नाम सांसद मोहन डेलकर ने अपने सुसाइड नोट में लिया था।’
फड़णवीस ने वाझे की गिरफ्तारी की मांग की
इससे पहले फडणवीस ने मंगलवार को राज्य विधानसभा में यह मसला उठाते हुए वाझे की गिरफ्तारी की मांग की थी। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि घटना से पहले यह कार चार महीने तक वाझे के पास ही थी। बीजेपी नेता आशीष शेलार ने पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि वाझे इस मामले में सबूतों से छेड़छाड़ कर रहे थे, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।