मुंबई : देशभर में पिछले कुछ समय में कोरोना वायरस संक्रमण के रोजाना सामने आने वाले मामलों में कमी देखी गई थी, जिसके बाद लोगों में भी एक तरह की निश्चिंतता आ गई। हालांकि महाराष्ट्र में बीते कुछ दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में जिस तरह से तेजी आई है, उसे देखते हुए इस घातक संक्रामक रोग को लेकर चिंता एक बार फिर बढ़ने लगी है।
कोरोना वायरस संक्रमण के रोजाना सामने आने वाले मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए मुंबई में 1305 इमारतों को सील कर दिया गया है, जबकि बीएमसी ने नियमों का उल्लंघन करने वालों को कड़ी चेतावनी दी है। महाराष्ट्र में शनिवार को भी कोरोना वायरस संक्रमण के 6 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं, जो इस साल में अब तक एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा बताया जा रहा है।
24 घंटों में 6 हजार से अधिक केस
राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, बीते 24 घंटों के दौरान यहां कोरोना वायरस संक्रमण के 6,281 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 40 लोगों की जान इस संक्रामक रोग से गई है। वहीं, राज्य की राजधानी मुंबई में एक दिन में संक्रमण का आंकड़ा 897 है, जबकि 3 लोगों की यहां इस संक्रामक रोग से जान गई है।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए गुरुवार को अमरावती में फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया, जबकि यवतमाल में भी कई पाबंदियों की घोषणा की गई। वहीं बृहन्नमुंबई नगर निगम (BMC) की ओर से भी नए दिशा-निर्देश जारी किए गए थे, ताकि मुंबई में हालात बिगड़ने से रोका जा सके। अब बीएमसी ने इन नियमों का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
मुंबई में 1305 इमारतें सील
बीएमसी ने 18 फरवरी को जो नई गाइडलाइंस जारी की थी, उसमें कहा गया था कि अगर किसी इमारत में पांच या इससे अधिक कोविड-19 से संक्रमित पाए जाते हैं तो इसे सील कर दिया जाएगा। अब यहां हालात की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां 1,305 इमारतों को सील कर दिया गया है। इन इमारतों में 71,838 परिवार रहते हैं।
BMC की चेतावनी
मुंबई में जगह-जगह इस पर नजर रखने के लिए मार्शल्स की तैनाती भी की गई है कि लोग कोविड-19 से संबंधित नियमों का पालन कर रहे हैं या नहीं। मुंबई के जुहू बीच पर तैनात ऐसे ही मार्शल्स के साथ कुछ लोगों द्वारा बदसलूकी किए जाने का मामला भी सामने आया है, जिसके बारे में मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि वार्ड अधिकारी अपनी टीम के साथ अपने-अपने इलाकों में कोविड-19 से संबंधित हालात का जायजा लेंगे। उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जो कोविड-19 से संबंधित नियमों व बीएमसी द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पाल नहीं करते। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 के उन मरीजों को क्वारंटीन सेंटर में रखा जाएगा, जिनमें इस बीमारी के लक्षण नहीं हैं।