- मुंबई में बुधवार को हुई बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है, पेड़ उखड़े
- कई इलाके पानी में डूब गए हैं, लोगों के बचाव के लिए एनडीआरएफ तैनात
- पीएम मोदी ने फोन पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बातचीत कर हालात का जायजा लिया है
मुंबई : बुधवार को मुंबई में हुई भारी बारिश से आर्थिक राजधानी मुंबई का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। राहत एवं बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बातचीत कर हालात का जायजा लिया है। पीएम ने उद्धव को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया है। मौसम विभाग ने गुरुवार को भी मुंबई बारिश होने का अनुमान जताया है। उद्धव ठाकरे ने लोगों से अपने घरों में रहने की अपील की है। राहत कार्य में बीएमसी, एनडीआरएफ, मुंबई पुलिस एवं आरपीएफ को लगाया गया है। भारी बारिश की वजह से मुंबई, नवी मुंबई, पालघर एवं ठाणे के कई इलाके पानी में डूब गए हैं।
कई इलाकों में दीवारें एवं मकान गिरे
रिपोर्टों के मुताबिक मुंबई के कोलाबा इलाके में पिछले 12 घंटों में 293.8 एमएम बारिश दर्ज की गई। यह कोलाबा में अगस्त में पिछले 46 सालों में हुई बारिश से ज्यादा है। इस दौरान कोलाबा में 107 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलीं। तेज हवा एवं बारिश की चपेट में आने से मुंबई के कई इलाकों में दीवारों एवं घरों की गिरने की खबर है। हालांकि इन हादसों में किसी जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। बुधवार को शहर के अलग-अलग इलाकों में पड़ों के उखड़ने की बात सामने आई। कई इलाकों में शॉर्ट सर्किट होने की खबर है।
एनडीआरएफ की 15 टीमें तैनात
मुंबई को इस संकट से उबारने के लिए एनडीआरएफ की 15 टीमें तैनात की गई हैं। बीएमसी का कहना है कि बुधवार को शाम छह बजे तक मुंबई में 20 सेमी से अधिक बारिश हुई। बारिश के दौरान समुद्र में पहला ज्वार भाटा दिन के करीब 1.18 बजे आया। इसकी ऊंचाई 4.41 मीटर थी जबकि दूसरा ज्वार भाटा शाम 5.27 बजे आया और इसकी ऊंचाई 1.40 मीटर रही।
पालघर में फंसे लोगों को बचाया गया
पालघर में बारिश की वजह से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। यहां फंसे पुलिस ने 22 लोगों को बचाया लिया। इनमें पांच वर्षीय एक बच्ची भी शामिल है जो पेड़ पर चढ़ गई थी और चार घंटे से भी अधिक समय तक वहीं फंसी रही। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, पालघर के तलासरी में दारोता कालू नदी भारी बारिश के कारण उफान पर आ गई और इसका पानी कई घरों में घुस गया। पुलिस ने बताया कि जिले में अलग-अलग स्थानों से बाढ़ के पानी में घरों एवं अन्य स्थानों पर फंसे कुल 22 लोगों को सकुशल बचा लिया। इन लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।