- ऑपरेशन कायाकल्प एवं मिशन प्रेरणा के तहत स्कूलों का किया जा रहा विकास
- अब सीएसआर फंड से 50 स्कूलों में दो-दो स्मार्ट क्लास बनाई जाएगी
- इस प्रस्ताव को पावर कॉरपोरेशन ने दे दी है मंजूरी
Varanasi Schools: वाराणसी के 50 और स्कूलों का स्तर सुधरेगा। इन स्कूलों में अत्याधुनिक सुविधाएं बहाल की जाएंगी। इस प्रस्ताव को पावर कॉरपोरेशन से मंजूरी मिल चुकी है। इससे पहले ऑपरेशन कायाकल्प एवं मिशन प्रेरणा के तहत 234 स्कूलों में स्मार्ट क्लास की शुरुआत की गई है। अब 50 परिषदीय स्कूलों की स्थिति सुधारी जाएगी। सीएसआर फंड से इन स्कूलों में दो-दो स्मार्ट क्लास शुरू की जाएंगी।
बता दें, जिले में 1143 परिषदीय स्कूल हैं। इनमें से 791 प्राथमिक विद्यालय और 194 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। इनमें 580 स्कूलों में रूम टू रीड संस्था के स्तर पर लाइब्रेरी चलाई जा रही है। जबकि 450 स्कूलों में बेंच और डेस्क पर पढ़ाई चल रही है।
कंप्यूटर और प्रोजेक्टर से 20 स्कूल हुए लैस
अब तक 137 स्कूलों को वाइट बोर्ड, 111 स्कूलों को आरओ, 57 स्कूलों को कंप्यूटर उपलब्ध कराया गया है। गेल इंडिया ने सीएसआर फंड से 20 स्कूलों को कंप्यूटर और प्रोजेक्टर उपलब्ध करवाया है। नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी (नालको) ने 140 स्कूलों को फर्नीचर, 127 स्कूलों को वाइट बोर्ड, 50 स्कूलों को कंप्यूटर दिए है। गेल इंडिया लिमिटेड ने 20 स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनवाने के लिए के 43.3 लाख रुपए दिए हैं।
अलग-अलग कंपनियां स्कूलों पर 19.65 करोड़ कर चुकी है खर्च
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों पर अलग-अलग कंपनियां अब तक 19.65 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। शिक्षक अपने स्तर पर पांच स्कूलों में कंप्यूटर और प्रोजेक्टर लगवाकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। इतना ही नहीं 111 स्कूलों में आरओ लगवाया गया है। 312 स्कूलों में समर्सिबल पंप लगाए गए हैं। पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन ने सीएसआर फंड से समर्सिबल पंप के लिए 2.18 करोड़ रुपए दिए हैं। निकटतम भविष्य और परिषदीय स्कूलों में सुविधाओं के विस्तार किए जाने की योजना है। इसके लिए स्कूलों को चिह्नित किया जा रहा है। अलग-अलग कंपनियां भी सुविधा विस्तार के लिए रुचि दिखा रही है।