- शातिर एटीएम में फेवीक्विक, प्लाई के टुकड़े लगाकर एटीएम कार्ड बदल लेते हैं
- कार्ड फंसने पर पीड़ित को कस्टमर केयर में कॉल करने के लिए कहकर खुद किसी चीज से कार्ड निकाल लेते हैं
- बुजुर्गों एवं महिलाओं को ज्यादा शिकार बना रहे ठग
Patna News : पुलिस की विशेष टीम ने एटीएम में छेड़छाड़ कर रकम उड़ाने वाले गिरोह पर शिकंजा कसा है। एटीएम मशीन में फेवीक्विक, प्लाई के टुकड़े लगाकर एटीएम कार्ड बदलकर हर महीने यह गिरोह एक करोड़ रुपए तक इन मशीनों से पार कर रहे थे। इस गिरोह के सरगना राजू और पिंटू को गिरफ्तार करने के लिए पटना पुलिस ने गया में छापेमारी की है। राजू वजीरगंज का रहने वाला है। पिंटू उसका परिचित है।
पटना के पत्रकार नगर पुलिस ने गिरोह के सदस्य नीरज कुमार उर्फ कारू, आनंद गौरव, अभिजीत कुमार, शुभम कुमार और रिचु कुमार को गिरफ्तार किया था। इनके पास से 1.22 लाख रुपए, 15 फेवीक्विक ट्यूब, कार, 15 डेबिट कार्ड आदि बरामद किए थे। इनकी गिरफ्तारी के बाद से राजू और पिंटू फरार हैं। पुलिस इनके अतिरिक्त लखीसराय, नवादा के पांच और शातिरों को खोज रही है।
हाईकोर्ट के असिस्टेंट रजिस्ट्रार के खाते से निकाल लिए थे 85 हजार
पुलिस के मुताबिक हाल में इस गिरोह के सदस्यों ने कंकड़बाग में एटीएम कार्ड फंसाकर हाईकोर्ट के असिस्टेंट रजिस्ट्रार के खाते से 85 हजार रुपए निकाल लिए थे। इसी इलाके में एक और सरकारी अधिकारी का कार्ड बदलकर शातिरों ने 2 लाख रुपए निकाल लिए थे। इतना ही नहीं कोतवाली थाना क्षेत्र के एक एटीएम मशीन में प्लाई का टुकड़ा डालकर शातिरों ने एक जज के खाते से मोटी रकम की निकासी कर ली थी।
ऐसे ठगी कर रहे शातिर
साइबर ठग गिरोह के सदस्य भीड़-भाड़ वाले इलाके के एटीएम मशीन के इर्द-गिर्द घूमते रहते हैं। यह लोग पहले से ही एटीएम मशीन को जाम कर देते हैं। फिर किसी का कार्ड फंसने पर मदद के नाम पर कार्ड बदल लेते हैं। उनसे पिन नंबर पूछकर खाते से रकम निकाल लेते हैं। इसके अतिरिक्त कार्ड फंसने पर कस्टमर केयर को कॉल कर कार्ड ब्लॉक कराने में ध्यान भटकाकर किसी नुकीली चीज से कार्ड निकाल लेते हैं। और फिर रकम पार कर लेते हैं।