- दिवंगत राम विलास पासवान के ब्रह्मभोज में एक साथ नजर आए नीतीश, चिराग और तेजस्वी
- चिराग ने नीतीश कुमार का पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया लेकिन दोनों नेताओं में दिखी दूरी
- राजद नेता तेजस्वी यादव भी पहुंचे, तेजस्वी ने कहा कि व्यक्तिगत संबंध अपनी जगह हैं
पटना : राजनीति में दिखने-दिखाने का एक मतलब होता है और जब समय चुनाव का चल रहा हो तो इसके मायने और बढ़ जाते हैं। मंगलवार को एक ऐसा ही नजारा बिहार की राजनीति में देखने को मिला। मौका था दिवंगत केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के ब्रह्मभोज का। चिराग पासवान की ओर से बुलाए जाने पर इस ब्रह्मभोज में शामिल होने के लिए जद-यू प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं महागठबंधन के सीएम पद के उम्मीदवार एवं राजद नेता तेजस्वी यादव भी पहुंचे।
चिराग और तेजस्वी में बातचीत हुई
एक मौका भी आया जब तीनों नेता एक-दूसरे के बगल में बैठे देखे गए। तस्वीर में चिराग के एक तरफ नीतीश और दूसरी तरफ तेजस्वी बैठे पाए गए। चिराग और तेजस्वी के बीच बातचीत भी हुई लेकिन नीतीश कुमार वहां चुपचाप बैठे रहे। इस समारोह में शामिल होने वाले लोगों का कहना है कि ब्रह्मभोज में नीतीश कुमार आए तो जरूर लेकिन चिराग के साथ उनकी दूरी साफ-साफ दिखी।
नीतीश का पैर छूकर आशीर्वाद लिया
श्राद्ध कार्यक्रम में नीतीश के पहुंचने पर चिराग ने उनका पांव छूकर आशिर्वाद लिया। नीतीश के पांव छूने पर चिराग ने कहा, 'व्यक्तिगत संबंध हमेशा बने रहेंगे।' लोजपा संस्थापक के अस्थि कलश को विसर्जित करने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को सौंपे जाने के बारे में चिराग ने कहा, 'पिता जी पर जितना अधिकार मेरा है, उतना ही अधिकार उनके तमाम साथियों और पार्टी कार्यकर्ताओं का है, जिन्होंने निरंतर उनके साथ काम और सहयोग किया तथा उन्हें यहां तक लेकर आए।'
तेजस्वी ने चिराग को बड़ा भाई जैसा बताया
श्राद्ध कार्यक्रम में पहुचे राजद नेता तेजस्वी ने कहा, 'चिराग मेरे बड़े भाई जैसे हैं,राजनीतिक मुद्दे अलग हैं मगर मेरा यहां पारिवारिक रिश्ता है। 2010 के विधानसभा चुनाव के दौरान राम विलास जी ने मुझे राजनीति सिखाई। मैं और चिराग साथ जाया करते थे। मैं रणजी खेलता था और चिराग फिल्म में थे। राजनीति की खास बातें मुझे राम विलास जी से सीखने को मिली।'
केंद्रीय मंत्री थे पासवान
बता दें कि लोजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री राम विलास का आठ अक्टूबर को दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया था। वह 74 वर्ष के थे। पासवान उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री थे। पासवान का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ 10 अक्टूबर को पटना में गंगा नदी के तट पर जनार्दन घाट पर किया गया।