- बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पद से दिया इस्तीफा, विधानसभा भंग करने की सिफारिश
- राज्यपाल ने इस्तीफा स्वीकार किया और अगली सरकार तक कार्यवाहक सीएम बने रहने के लिए कहा
- नवंबर के आखिर में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल हो रहा है समाप्त
पटना। बिहार के सीएम नीतीश कुमार शुक्रवार को राज्यपाल फागू चौहान से मिले और अपना इस्तीफा सौंपा। सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद राज्यपाल से विधानसभा भंग करने की सिफारिश की। बता दें कि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो रहा है। बिहार विधानसभा के चुनाव में एनडीए के खाते में 125 सीटें आई हैं जबकि महागठबंधन के खाते में 110 सीटें आई हैं। बिहार का अगला सीएम कौन होगा इस सिलसिले में बीजेपी पहले ही अपना रुख साफ कर चुकी है कि गठबंधन के नेता नीतीश कुमार हैं जबकि उन्होंने कहा था कि कभी भी सीएम बनने का दावा नहीं किया था।
नीतीश कुमार का सीएम पद से इस्तीफा
राज्यपाल फागू चौहान ने सीएम नीतीश कुमार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और इसके साथ ही उनसे अगली सरकार के गठन होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में काम जारी रखने को कहा है। इससे पहले एनडीए के नेताओं की बैठक हुई थी और औपचारिक तौर पर नेता के चुनाव के लिए दोपहर 12.30 बजे के करीब बैठक होगी। चुनावी नतीजों के बाद बीजेपी के कुछ नेताओं ने जरूर यह आवाज उठाई थी कि बीजेपी का सीएम होना चाहिए। लेकिन पार्टी के शीर्ष नेताओं ने साफ कर दिया कि नीतीश कुमार के नाम पर चुनाव लड़ा गया है और वो ही सीएम होंगे।
एनडीए की झोली में 125 सीट
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों में एनडीए की झोली में 125 सीटें आई थीं और महागठबंधन 110 सीटों के साथ सरकार बनाने से दूर रह गई। यह बात अलग है कि महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि इस चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है और चुनाव आयोग को इस मामले की जांच करनी चाहिए। तेजस्वी यादव ने कहा की नीतीश कुमार ने जनादेश को चुराया है। जहां तक आरजेडी का सवाल है उनकी लड़ाई जारी रहेगी।