- बिहार के डीजपी गुप्तेश्वर पांडे ने लिया वीआरएस
- वे 1987 के बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं
- उन्होंने बताया था कि वे 11वीं में फेल हो चुके हैं
नई दिल्ली : बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे इन दिनों सुर्खियों में हैं। सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच में पहली बार इनका नाम आया जब बिहार में इस केस की एफआईआर दर्ज की गई और इन्होंने इस मामले की जांच का जिम्मा लिया। उल्लेखनीय है कि फिल्म अभिनेता और पटना के रहने वाले सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में पांडेय देशभर में अपने बयानों को लेकर खूब चर्चित हुए थे। अब इनकी चर्चा किसी दूसरे विषय को लेकर हो रही है।
दरअसल बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडेय ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले लिया है। बिहार सरकार के पुलिस महानिदेशक भापुसे के 1987 बैच के अधिकारी पांडेय ने इससे पहले वीआरएस का आवेदन दिया था, जिसे सरकार ने मंजूर कर लिया। बिहार के गृह विभाग (आरक्षी शाखा) ने मंगलवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी।
गुप्तेश्वर पांडेय को पिछले वर्ष बिहार का पुलिस महानिदेशक बनाया गया था। वे अगले साल फरवरी में सेवानिवृत्त होने वाले थे। इधर, पांडेय के विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। हालांकि अब तक पांडेय ने इसकी घोषणा नहीं की है। जानते हैं बिहार के डीजीपी के बारे में कुछ रोचक बातों के बारे में-
छठी कक्षा तक नहीं था अंग्रेजी का ज्ञान
एक बार उन्होंने पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में बताया था कि वे 11वीं में फेल हो गए थे। वे बच्चों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में गेस्ट बनकर आए थे जहां उन्होंने अपने छात्र जीवन के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था कि वे एवरेज छात्र से भी कमतर थे। वे फिजिक्स, केमिस्ट्री जैसे विषयों में बेहद कमजोर थे यहां तक कि छठी कक्षा तक उन्हें अच्छे से अंग्रेजी का ज्ञान नहीं था। इसी साल फरवरी में पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने अपने बारे में ये बातें बताई थी।
1987 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं
वे 1987 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं। बिहार के डीजीपी के अलावा पुलिस विभाग में अन्य कई पदों पर अपनी सेवा दे चुके हैं। बिहार में पुलिस-जनता के बीच दोस्ताना व्यवहार बनाने का श्रेय उन्हें ही दिया जाता है। उनका जन्म बक्सर जिला के गेरुआबांध में हुआ था। वे एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। उनका जन्म 11 फरवरी 1961 में हुआ था। गांव के ही सरकारी स्कूल से स्कूलिंग करने के बाद उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी से अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी की। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास की और 1987 में आईपीएस ज्वाइन किया।