पटना : बिहार की राजधानी पटना में बीते मंगलवार की शाम इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या के बाद नीतीश सरकार पर कई सवाल उठ रहे हैं। पुलिस अब तक हत्यारों का सुराग लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने में नाकाम रही है। इस हत्याकांड के बाद नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर हैं। बीते कुछ समय में राज्य में हुई कई आपराधिक वारदातों का हवाला देते हुए विपक्ष बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहा है। बिहार में मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने कानून व्यवस्था के मसले को लेकर एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा।
क्राइम को लेकर सवाल पर भड़क गए थे नीतीश कुमार
नीतीश कुमार शुक्रवार को उस समय पत्रकारों पर भड़क गए थे, जब एक सड़क परियोजना के उद्घाटन के दौरान उनसे इंडियो मैनेजर की हत्या को लेकर सवाल किए गए थे। उन्होंने भड़कते हुए कहा था आप विकास और क्राइम को मिला रहे हैं। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई को लेकर जब सवाल उठा तो सीएम ने यह भी कहा कि इस तरत की बातें उनका मनोबल गिरा सकती हैं। सीएम ने यह भी कहा कि अपराधी किसी से पूछकर या अनुमति लेकर अपराध नहीं करते। सीएम ने पत्रकारों से यह भी कहा कि वह 2005 से पहले राज्य में अपराध की घटनाओं की भी बात करें, जब वह सत्ता में नहीं थे। साफ तौर पर उनका इशारा लालू-राबड़ी राज को लेकर था, जो उनसे पहले बिहार की सत्ता में थे।
आरजेडी ने नीतीश पर साधा निशाना
बहरहाल, आरजेडी अब विपक्ष में है और वह नीतीश सरकार पर हमले को लेकर कोई मौका नहीं चूक रही है। पार्टी के नेता तेजस्वी यादव ने इंडिगो के स्टेशन मैनेजर की हत्या के बाद नीतीश सरकार की ओर से जारी बयान पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले सरकार की ओर से जो बयान जारी किया गया, उसमें कहा गया कि इस वारदात के दोषियों को पकड़ा जाए? आखिर सरकार किससे अपील कर ही है, जबकि वह खुद सत्ता में है और कार्रवाई उसे ही करनी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोग अपराधियों को संरक्षण प्रदान कर रहे हैं।
आरजेडी नेता ने कहा कि नीतीश कुमार बीते 16 वर्षों से बिहार के सीएम हैं और राज्य का गृह विभाग भी उनके जिम्मे ही है, फिर वह अपराधियों की धरपकड़ के लिए आखिर किससे अपील कर रहे हैं? क्या विपक्ष से? आरजेडी नेता ने कहा कि बिहार देश का क्राइम कैपिटल बनता जा रहा है, यहां अपराध बढ़ रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री असहाय, थके हुए और कमजोर नजर आते हैं।