- जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) ने किया चुनाव में बेहतर प्रदर्शन
- HAM ने सात सीटों पर चुनाव लड़कर चार सीटों पर हासिल की विजय
- मांझी की पार्टी के प्रवक्ता की मानें तो उन्हें अन्य दलों से भी आ रहे हैं फोन कॉल
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में सात सीटों पर चुनाव लड़कर 4 सीटें पाने वाली पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) ने बड़ा दावा किया है। पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने दावा किया है कि गठबंधन गठबंधन के लिए उनके पास दूसरे दलों से भी फोन आ रहे हैं, लेकिन HAM किसी भी सूरत पर एनडीए का साथ नहीं छोड़ेगी। इससे पहले पार्टी मुखिया मांझी ने भी साफ कहा था कि वो बिना शर्त एनडीए में शामिल हुए हैं इसलिए कहीं और जाने का सवाल ही नहीं है।
किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेगें एनडीए
आजतक की खबर के मुताबिक, दानिश रिजवान ने कहा, ' गठबंधन को लेकर कई पत्रकार साथियों और अभिभावकों का मुझे लगातार फोन आ रहा है। पार्टी का प्रवक्ता होने के नाते मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम किसी भी कीमत पर एनडीए को नहीं छोड़ रहे हैं। हमारे नेता जीतनराम मांझी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में चुनाव में थी, हम उनके साथ थें और जबतक प्राण है तबतक उनके साथ ही रहेंगें।'
नहीं बनूंगा मंत्री
इससे पहले हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) सेक्युलर के प्रमुख जीतन राम मांझी को अपने चार सदस्यीय विधायक दल के नेता चुना गया था। बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के बेहतर प्रदर्शन को लेकर ‘हम’ के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा मांझी को सम्मानित किया गया। मांझी ने कहा कि एक बार प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद वह अब नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई सरकार में मंत्री नहीं बनेंगे।
मांझी की कांग्रेस को सलाह
मांझी निवर्तमान विधानसभा में ‘हम’ के अकेले विधायक हैं। बाद में पत्रकारों से बातचीत में मांझी ने कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों को राज्य की प्रगति के लिए राजग में शामिल होने की सलाह दी। मांझी ने कहा, 'व्यक्तिगत तौर पर जहां तक मेरा मानना है तो हम कहेंगे कि कांग्रेस के विधायक विचार करें और नीतीश जी का साथ दें।'