पटना : बिहार के पूर्णिया में एक स्थानीय पत्रकार की हत्या के बाद नीतीश सरकार सवालों के घेरे में है। मृतक की पत्नी ने हत्या का आरोप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार में मंत्री लेसी सिंह पर लगाया है, जो धमदाहा से जनता दल (युनाइटेड) के टिकट पर निर्वाचित विधायक हैं। घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने पुलिस थाने के सामने शव को रखकर विरोध-प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की। उन्होंने घटना के लिए स्थानीय पुलिस की लापरहवाही को जिम्मेदारी ठहराया। वहीं इस घटना को लेकर विपक्ष ने भी नीतीश सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा किया है।
पूर्णिया में स्थानीय पत्रकार व पूर्व जिला परिषद के सदस्य रिंटू सिंह की हत्या शुक्रवार को कर दी गई थी। यह वारदात सरसी थाना क्षेत्र के अंतर्गत हुई थी, जिसके बाद शनिवार को मृतक के परिजनों ने शनिवार को यहां विरोध-प्रदर्शन किया। उन्होंने जेडीयू विधायक और राज्य सरकार में मंत्री लेसी सिंह के इशारे पर हत्या का आरोप लगाया और न्याय की मांग की। मृतक की पत्नी और वर्तमान में जिला परिषद की सदस्य अनुलिका सिंह ने यह भी कहा कि उन्हें स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं है। उन्होंने इस मामले की जांच किसी अन्य से कराने की मांग की।
SHO निलंबित
पीड़ित परिवार का आरोप है कि रिंटू सिंह पर पहले भी हमला किया गया था, जिसे देखते हुए उन्होंने पुलिस से सुरक्षा मांगी थी। उनका कहना है कि 3 नवंबर को भी रिंटू सिंह पर गोली चलाई गई थी, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को आवेदन देकर अपने खिलाफ बड़ी साजिश की आशंका जताते हुए पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी। रिंटू सिंह ने अपने इस पत्र में आशीष सिंह का नाम लिया था, जिसे लेसी सिंह का भतीजा बताया जा रहा है। अब रिंटू सिंह की हत्या के बाद उनकी पत्नी अनुलिका सिंह ने भी यही बात दोहराई है, जिससे स्थानीय पुलिस पर सवाल खड़े होते हैं।
बढ़ते विवाद के बीच सरसी थाना के SHO को निलंबित कर दिया गया है। पूर्णिया के एसपी दयाशंकर के मुताबिक, परिजनो को समझाया गया है। उनकी मंजूरी के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। उनके बयान दर्ज किए गए हैं। उन्होंने मामले में SHO की लापरवाही का आरोप लगाया है। SHO को सस्पेंड कर दिया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। जगह-जगह छापेमारी की जा रही है। कुछ लोगों की पहचान भी कर ली गई है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मंत्री पर आरोप
वहीं, मृतक की पत्नी ने हत्या का आरोप सीधे-सीधे बिहार सरकार में मंत्री लेसी सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके इशारे पर ही यह वारदात हुई है। अनुलिका सिंह ने सवालिया लहजे में कहा, 'उसकी (रिंटू सिंह) की क्या गलती थी? बस यही कि उसने जिला परिषद का चुनाव जीता था और विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता था? लेसी सिंह ने यह सब अपने भतीजे से कराया है। मेरा स्थानीय पुलिस से भरोसा उठा गया है। इस मामले की जांच किसी और से कराई जानी चाहिए।'
पूरे मामले को लेकर विपक्ष ने भी नीतीश सरकार को घेरा है। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा, नीतीश कुमार की मंत्री लेसी सिंह, उनके भतीजे इस मामले में आरोपी हैं। इस केस में SHO को निलंबित कर दिया गया है। मृतक के परिजन लेसी सिंह और उनके भतीजे पर सीधे आरोप लगा रहे हैं। फिर राज्य सरकार और इसके मुखिया चुप क्यों हैं?