पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा है। उन्हें पिछले दिनों हालत बिगड़ने पर रांची के रिम्स से दिल्ली के एम्स ले जाया गया था, जहां उन्हें कार्डियोथोरेसिक सेंटर की कोरोनरी केयर यूनिट (सीसीयू) में भर्ती कराया गया है। इस बीच आरजेडी में सियासी घमासान की स्थिति बनती नजर आ रही है।
लालू प्रसाद यादव के बड़े तेजप्रताप यादव ने अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। तेज प्रताप ने यहां तक कहा कि जगदानंद सिंह जैसे लोगों की वजह से ही आज उनके पिता की यह हालत है। वहीं पूरे मामले पर जगदानंद सिंह ने यह कहते हुए कुछ भी कहने से इनकार कर दिया कि अगर पार्टी का कोई आंतरिक मसला है तो वे आपस में बैठकर बात करेंगे।
तेज प्रताप ने लगाए ये आरोप
तेज प्रताप ने शनिवार को कहा कि जगदानंद सिंह ने उनके पिता लालू प्रसाद की रिहाई को लेकर 'आजादी पत्र' भी नहीं लिखा। गुस्से से तमतमाए तेज प्रताप ने आरजेडी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष पर आरोप लगाया कि जब वह कार्यालय पहुंचे तो उन्होंने उनसे मुलाकात तक नहीं की। पार्टी के अन्य विधायकों को भी इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि विधायकों को भी पहले से समय लेकर उनसे मिलना पड़ता है।
आरजेडी के प्रदेश कार्यालय से बाहर निकलने के बाद नाराज तेज प्रताप ने कहा, 'मैं बाहर आ गया, पर जगदानंद सिंह अपने चैम्बर में बैठे रहे। उन्होंने लालू प्रसाद की जेल से रिहाई को लेकर 'आजादी पत्र' भी नहीं लिखा है। उनके जैसे लोग ही मेरे पिता के खराब स्वास्थ्य का कारण हैं।' आरजेडी नेता ने यह भी कहा कि वह किसी से डरने वाले नहीं हैं और जो कुछ भी कहते हैं सामने कहते हैं।
क्या बोले जगदानंद सिंह?
वहीं, इस मामले में जब जगदानंद सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बहुत ही संभलकर अपनी बात रखी। तेज प्रताप की नाराजगी पर उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं कहा। उनसे जब पूछा गया कि आखिर उन्होंने तेज प्रताप से मुलाकात क्यों नहीं की तो उन्होंने बस इतना कहा कि उन्हें जानकारी नहीं थी। लालू प्रसाद की रिहाई को लेकर 'आजादी पत्र' नहीं लिखे जाने को लेकर उन्होंने कहा कि सभी आजादी पत्र एक ही दिन में नहीं लिखे जा सकते।
उन्होंने कहा कि अगर तेज प्रताप किन्हीं कारणों से नाराज हैं तो वह उनसे बात करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर कोई पार्टी को लेकर चिंतित है तो यह अच्छी बात है। यह पार्टी का आंतरिक मामला है और इस पर बात पार्टी के भीतर ही की जाएगी। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद की रिहाई की मांग को लेकर 'आजादी पत्र' लिखा जा रहा है और वह भी लिखेंगे। पार्टी के आंतरिक मसलों पर आपस में बातचीत की जाएगी।