- बिहार की राजनीति में चुनाव परिणाम के बाद से ही बयानबाजी का दौर जारी
- भूपेंद्र यादव का दावा- मकर संक्रांति के बाद होगी आरजेडी में टूट
- आरजेडी ने पलटवार करते हुए कहा- खरमास में ही कर देंगे खेल
पटना: कहते हैं ना कि राजनीति और क्रिकेट में कोई भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है क्योंकि दोनों में ही अंतिम समय तक संभावनाएं बची रहती हैं। ऐसा ही कुछ आजकल बिहार की राजनीति में देखने को मिल रहा है जहां सत्तापक्ष से लेकर विपक्ष तक, सभी अपने-अपने दावे कर रहा है। दरअसल जिस दिन से बिहार के चुनावी नतीजे आए हैं उसी दिन से वहां की राजनीति में लगातार उतार -चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलने के बावजूद भी विपक्ष लगातार सरकार के ज्यादा दिन तक नहीं चलने के दावे कर रहा है। वहीं नतीश कुमार और मांझी के बयान भी बहुत कुछ इशारा कर रहे हैं।
बीजेपी का बयान
नेताओं और पार्टियों के बीच चल रही बयानबाजी में ताजा बयान बीजेपी सांसद और बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने दिया है। भूपेंद्र यादव ने दावा किया है कि तेजस्वी यादव अपनी पार्टी को बचा सकें तो बचा लें वरना मकर संक्रांति के बाद उनकी पार्टी में टूट होना तय है। रविवार को पटना में जिला कार्यसमीति की बैठक को संबोधित करते हुए भूपेंद्र यादव ने कहा कि लालू के परिवारवाद से आरजेडी नेताओं में नाराजगी है और उनकी पार्टी अब टूट से नहीं बच पाएगी।
आरजेडी का पलटवार
भूपेंद्र यादव के इस बयान पर राष्ट्रीय जनता दल ने भी पलटवार करने में देर नहीं लगाई। आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि उनकी पार्टी का बाल भी बांका नहीं होने वाला है। तिवारी ने प्रतिदावा करते हुए भाजपा को चुनौती है कि वो सरकार को बचा सके तो बचा ले। उन्होने कहा कि अगर बीजेपी ज्यादा तोड़फोड़ की कोशिश करेगी तो आरजेडी खरमास में ही खेल कर बीजेपी का नुकसान कर देगी। इससे पहले आरजेडी नेता श्याम रजक ने दावा किया थी जेडीयू के कई विधायक आरजेडी में आने को तैयार है।
नीतीश और मांझी के बयान
इससे पहले नीतीश कुमार ने पटना में जेडीयू की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ' चुनाव के दौरान कि पता नहीं दोस्त कौन है और दुश्मन कौन।' हम पार्टी के नेता जीतनराम मांझी ने इशारों ही इशारों में निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा था, 'राजनीति में गठबंधन धर्म को निभाना अगर सीखना है तो नीतीश कुमार जी से सीखा जा सकता है,गठबंधन में शामिल दल के आंतरिक विरोध और साज़िशों के बावजूद भी उनका सहयोग करना नीतीश जी को राजनैतिक तौर पर और महान बनाता है। नीतीश कुमार के जज़्बे को सलाम।'