- बिहार में विधानसभा की 243 सीटों पर तीन चरणों में डाले जाएंगे वोट
- पहले चरण में 16 जिलों की 71 सीटों पर होगी 28 अक्टूबर को होगी वोटिंग
- बिहार में अभी तक अकेले दम पर अपनी सरकार नहीं बना पाई है भाजपा
नई दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव एवं देश में होने वाले उप चुनावों में प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की रविवार देर शाम बैठक हुई। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और वरिष्ठ नेता शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक सीईसी की बैठक में बिहार चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामों पर मुहर भी लगी।
लोजपा के रुख से एनडीए में दरार पड़ी
समझा जाता है कि बिहार चुनाव के लिए पार्टी अपने उम्मीदवारों की घोषणा आज कर सकती है। वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के रुख से एनडीए गठबंधन में दरार पड़ गई है। लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने कहा है कि उनकी पार्टी बिहार में अकेले चुनाव लड़ेगी और जद-यू के खिलाफ अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी। एनडीए में बने इस नए समीकरण के बीच सीईसी की यह बैठक हुई है। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में लोजपा के रुख के बारे में भी चर्चा हुई।
जद-यू के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करेगी लोजपा
लोजपा ने कहा है कि बिहार चुनाव के बाद उसके जीते हुए विधायक राज्य में भाजपा का मुख्यमंत्री बनाने में पीएम मोदी का सहयोग करेंगे। सीईसी की बैठक से पहले भाजपा की एक और बैठक हुई। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, नड्डा सहित भाजपा नेता शामिल हुए। भाजपा ने जद-यू प्रमुख नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार चुनाव लड़ने का ऐलान किया है जबकि चिराग ने साफ कर दिया है कि उन्हें नीतीश कुमार का नेतृत्व मंजूर नहीं है।
10 नवंबर को आएंगे नतीजे
बिहार में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को होंगे जबकि मतगणना 10 नवंबर को होगी। पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 1 अक्टूबर से शुरू हुई। राज्य में इस बार विधानसभा की 243 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। कोरोना संकट के बीच देश में पहली बार चुनाव हो रहा है। कोविड-19 के खतरे को देखते हुए चुनाव आयोग ने इस बार सुरक्षा के विशेष उपाय किए हैं।
इस बार 7.29 करोड़ मतदाता
बिहार चुनाव में इस बार कुल 7.29 करोड़ मतदाता अपना वोट डालेंगे। प्रदेश में इस बार 3.79 करोड़ पुरुष वोटर और महिला वोटरों की संख्या 3.39 करोड़ है। चुनाव आयोग ने इस बार एक बूथ पर 1 हजार मतदाताओं की अनुमति दी है। इस बार मतदान सुबह सात बजे से शाम 6 बजे तक होगा। कोरोना के संकट को देखते हुए चुनाव आयोग ने छह लाख पीपीई किट का इस्तेमाल करेगा। जबकि 23 लाख ग्लब्स का प्रयोग होगा।