तमाम एक्जिट पोल की मानें तो मुख्यमंत्री के तौर पर भी तेजस्वी बिहार के लोगों की पहली पसंद बताए जा रहे हैं इन अनुमानों से आरजेडी बेहद उत्साहित और तेजस्वी यादव को तो मानों पंख ही लग गए हैं लेकिन युवा तेजस्वी इसके बाद भी आरजेडी कार्यकर्ताओं को हिदायत दे रहे हैं कि जीत की स्थिति में बेकाबू नहीं होना है और क्या करना है और क्या नहीं इसे लेकर भी तेजस्वी ने उम्मीदवारों को बता दिया है।
बताया जा रहा है कि तेजस्वी ने आरजेडी उम्मीदवारों से कहा है कि वो जीत की स्थिति में बेहद शालीनता और सादगी का परिचय दें, हर्ष फायरिंग न करें, तेजस्वी ने अपने समर्थकों से विरोधियों के साथ भी सम्मानजनक व्यवहार करने को कहा है और कहा है कि जीत की खुशी में बहकना नहीं है और विनम्र रहकर मतदाताओं का शुक्रिया अदा करना है। गौरतलब है कि पहले कुछ वाकये ऐसे हुए हैं जब खराब स्थिति का सामना पार्टी को करना पड़ा है।
तेजस्वी ने साथ ही ये भी कहा है कि आरजेडी की जीत का जश्न जनता मनाएगी इसलिए जीत का कोई जुलूस ना निकाला जाए जिससे लोगों को असुविधा हो, उम्मीदवार नतीजों के दौरान अपने क्षेत्र में रहें और जीत का सर्टिफिकेट लेने के बाद ही पटना आएं।
तेजस्वी यादव ने अकेले ही तमाम चुनावी रैलियां की
तेजस्वी यादव ने अकेले ही इस बार काफी तादाद में चुनावी रैलियां की हैं, उन्होंने एक दिन में 19 सभायें करने का रिकॉर्ड बनाया जबकि उनके पिता लालू यादव ने 17 रैलियां की थीं। आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द ने कहा कि जनता जीती है जश्न जनता मनाएगी क्योंकि ये जनता की ही जीत है।
9 नवंबर को तेजस्वी यादव का बर्थ-डे भी
9 नवंबर को तेजस्वी यादव का बर्थ-डे है, पटना में कई जगहों पर उनको बधाई देते हुए होर्डिंग और बैनर लग गए हैं, लेकिन तेजस्वी यादव के ऑफिस से आरजेडी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को ऐसा करने से मना किया गया है आरजेडी के समर्थकों से किसी भी तरह के तड़क भड़क और बड़े आयोजन न करने को कहा गया है। हर बड़े एग्जिट पोल में बिहार में बड़े महागठबंधन की बड़ी जीत का अनुमान जताया गया है