- आरजेडी प्रमुख पर जेल से बीजेपी विधायकों को फोन करने का आरोप है
- आरोप है कि उन्होंने नवनिर्वाचित विधायक को प्रलोभन देने का प्रयास किया
- इन सबके बीच HAM नेता जीतनराम मांझी ने उन पर गंभीर आरोप लगाया है
रांची : बिहार में एनडीए विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर रिम्स में भर्ती लालू प्रसाद के कथित ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद आरजेडी प्रमुख चौतरफा घिर गए हैं। झारखंड सरकार ने जहां इस मामले में रिपोर्ट तलब की है, वहीं जेल प्रशासन ने भी मामले की जांच के आदेश दिए हैं, जबकि इसे लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की तैयारी भी चल रही है। इस बीच हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने लालू प्रसाद पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि लालू ने उनसे भी बात करने की कोशिश की थी, लेकिन इसमें वह सफल नहीं रहे।
बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई में एक बार फिर बनी एनडीए की सरकार में शामिल मांझी ने कहा, 'मुझे पता चला है कि लालू प्रसाद ने कई लोगों को फोन किया था। वह मुझसे भी बात करना चाहते थे, लेकिन मैंने उनसे बात नहीं की। वह गलत काम करते रहे हैं और उनका इरादा भी ऐसा ही है।'
'नीतीश को हम लोग गिरा देंगे'
हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी का यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि लालू के कथित ऑडियो क्लिप का मसला बिहार से लेकर झारखंड तक की सियासत में चर्चा में है। जो ऑडियो क्लिप सामने आया है, उसमें लालू को पीरपैंती से बीजेपी के विधायक ललन पासवान से फोन पर बात करते सुना जा रहा है।
लालू इस ऑडियो क्लिप में ललन पासवान से यह कहते सुना जा रहे हैं कि वह विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के दौरान अनुपस्थित हो जाएं और इसके लिए कोरोना वायरस संक्रमण का बहाना बना दें। उन्हें यह भी कहते सुना जा रहा है, 'नीतीश को हम लोग गिरा देंगे...आपको मंत्री बनाएंगे।'
झारखंड के जेल महानिरीक्षक ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। वहीं राज्य सरकार ने इस मामले में रिपोर्ट तलब की है। इस मामले में लालू प्रसाद के खिलाफ PIL दायर करने की भी तैयारी चल रही है। अधिवक्ता राजीव कुमार ने कहा है कि इसमें राज्य सरकार और राज्य के डीजीपी को पार्टी बनाया जाएगा।