पटना: बिहार की राजधानी पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) में एक एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र की मौत हो गई, जबकि अन्य आठ से 10 छात्र कोरोना संक्रमित बताए जा रहे हैं। मृतक छात्र कोरोना टीका का पहला डोज ले चुका था। एनएमसीएच प्रबंधन ने बताया कि एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र शुभेंदु शेखर की मौत उनके गांव बेगूसराय के दहिया में हुई है। एमबीबीएस 2016 सत्र के छात्र शुभेंदु कॉलेज के हॉस्टल में रहते थे।
प्राचार्य डॉ. हीरा लाल महतो ने बताया कि शुभेंदु शेखर ने पिछले महीने 24 तारीख को सर्दी-खांसी से पीड़ित होने के बाद अपना आरटीपीसीआर सैंपल दिया था। उसके बाद वे अपने गांव चले गए। रविवार को उनकी रिपोर्ट पजिटिव आई। सोमवार की रात उनकी मौत की खबर यहां आई। उन्होंने बताया कि इसके बाद उनके संपर्क में आए अन्य छात्रों की जांच करवाई गई।
एनएमसीएच के एक वरीय चिकित्सक ने बताया कि, "यहां के आठ से 10 छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।" इधर, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बुधवार छात्र की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, "कोई भी मौत दुखद होती है। किसी चिकित्सक या चिकित्सकर्मी की मौत होती है तो इससे समाज को काफी नुकसान होता है। कुछ अन्य मेडिकल छात्रों के भी कोरोना संक्रमित होने की बात कही गई है। विभाग इस पर नजर रखे हुए है।"
उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को कोरोना से जागरूक करने के लिए भी लगातार काम किया जा रहा है। इधर, कोरोना वैक्सीन को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह राजनीति के अलावा कुछ भी नहीं है।