- वैशाली में एक चुनावी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नित्यानंद राय ने दिया विवादित बयान
- केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य में राजद की सरकार यदि बनी तो आतंकी बिहार में लेंगे शरण
- राय के इस बयान की आलोचना विपक्षी दलों ने की, राजद ने कहा-नफरत फैलाना चाहती है भाजपा
पटना : बिहार में चुनाव प्रचार ने जोर पकड़ लिया है। विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के लिए उम्मीदवारों के समर्थन में राजनीतिक दल प्रचार अभियान में जुटे हैं। मुद्दों के जरिए एक दूसरे पर हमला बोलने के क्रम में नेताओं के मुंह से विवादित बयान भी निकल रहे हैं। ताजा मामला केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय का है। गत सोमवार को वैशाली में एक चुनावी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राय ने कहा कि राज्य में यदि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सरकार बनती है तो आतंकवादी कश्मीर से भागकर बिहार में शरण लेंगे। राय ने कहा कि हालांकि केंद्र की सरकार ऐसा होने नहीं देगी। राय का यह विवादित बयान अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस बयान के बाद राय विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए हैं। विपक्षा पार्टियों राय के इस बयान को चुनाव में मु्द्दा बनाने की कोशिश कर रही हैं। कांग्रेस नेता संतोष कुमार ने कहा कि इस तरह का बयान देने वाले मंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए। जबकि राजेडी प्रवक्ता अनवर हुसैन ने कहा कि भाजपा नेता बौखलाहट में आकर इस तरह का विवादित बयान दे रहे हैं। उन्होंने भाजपा पर समाज के बीच नफरत फैलाने का आरोप लगाया।
बिहार में इस बार तीन चरणों में विधानसभा हो रहा है। पहला चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होना है। दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर और तीसरे चरण की वोटिंग 7 नवंबर को होगी। पहले चरण में 71 सीटों पर चुनाव हो रहा है। राज्य में मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच है। एनडीए की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा नीतीश कुमार और महागठबंधन की ओर से सीएम चेहरा तेजस्वी यादव हैं।
इस बार राज्य में कुल 7.29 करोड़ कुल मतदाता हैं जिसमें 3.79 करोड़ पुरुष वोटर और 3.39 करोड़ महिला मतदाता हैं। कोरोना संकट के बीच देश में यह पहला चुनाव है। कोरोना संकट को देखते हुए चुनाव आयोग सुरक्षा के नए मानकों के अनुरूप चुनाव कर रहा है। पोलिंग बूथ पर इस बार मतदाताओं की संख्या घटाई गई है। इस चुनाव में छह लाख पीपीई किट का इस्तेमाल होगा।