- पटना के दानापुर की गंगहरा पंचायत का मामला
- डीएम ने पूर्व में इस मामले में दानापुर की मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी को किया था बर्खास्त
- जांच में कनीय अभियंता और लेखपाल भी पाए गए थे दोषी, हुआ था शोकॉज
Patna MGNREGA Scheme: पटना में मनरेगा योजना में गड़बड़ी करने वाले दानापुर के पंचायत तकनीकी सहायक संजीत कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है। इन पर पौधरोपण योजना की राशि में हेरफेर करने का आरोप लगा था। यह दानापुर की गंगहरा पंचायत से जुड़ा पूरा मामला है। इससे पहले डीएम ने इस मामले में दानापुर की मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी को बर्खास्त किया था। वैसे इस मामले की जांच में दोषी पाए गए कनीय अभियंता और लेखापाल पर कार्रवाई नहीं की गई थी। कनीय अभियंता को सिर्फ शोकॉज किया गया था।
कनीय अभियंता ने स्पष्टीकरण में कहा था कि मेरा फर्जी हस्ताक्षर करके राशि निकाल ली गई थी। अब इस मामले में मनरेगा के पंचायत तकनीकी सहायक को बर्खास्त किया गया है।
कुल 16 लाख 37 हजार रुपए किए गए थे आवंटित
गंगहरा पंचायत की 17 योजनाओं में पौधरोपण कार्यक्रम संचालित किए गए थे। इन योजनाओं के लिए सरकार की ओर से कुल 16 लाख 37 हजार रुपए जारी किए गए थे। इन 17 योजनाओं में खर्च होने वाली राशि में ही हेरफेर का मामला तूल पकड़ा है। गौरतलब है कि 1 दिसंबर 2021 को जिला स्तरीय कमेटी ने इस मामले की जांच की थी। इसमें सरकारी राशि के गबन की पुष्टि भी हुई थी।
हाल में पंचायत तकनीकी सहायक का हुआ है ट्रांसफर
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उस वक्त डीएम ने तत्कालीन मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी वीणा कुमारी को बर्खास्त कर दिया था। जबकि उप विकास आयुक्त (डीडीसी) के यहां कनीय अभियंता, लेखपाल और पंचायत तकनीकी सहायक पर प्रशासनिक कार्रवाई के लिए सुनवाई चल रही थी। उसमें पंचायत तकनीकी सहायक दोषी पाए गए, जिस पर उन्हें बर्खास्त किया गया है। हाल में ही पंचायत तकनीकी सहायक संजीत कुमार का दानापुर से फुलवारी शरीफ प्रखंड कार्यालय में ट्रांसफर हुआ है। डीएम ने 24 जनवरी 2014 को योजना के क्रियान्वयन में दोहरे भुगतान, सरकारी राशि के गबन और मनरेगा मार्गदर्शिका का उल्लंघन करने के आरोप में भी दानापुर की पूर्व कार्यक्रम पदाधिकारी वीणा कुमारी को बर्खास्त किया था।