- आरोपी डीएसपी पर वर्ष 2014 में लगा था घूसखोरी का आरोप
- बिहार स्पेशल आर्म्ड फोर्स -3 में तैनात डीएसपी निगरानी ब्यूरो के रडार पर था
- विनोद कुमार राउत कि खिलाफ आय से अधिक का मामला दर्ज हुआ है
Patna Bribe Case: राजधानी पटना में खाकी पर घूसखोरी का दाग लगा है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की कार्रवाई में इस बार महकमे का आला अधिकारी नपा है। ब्यूरो के मुताबिक कार्रवाई में हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है। बिहार स्पेशल आर्म्ड फोर्स-3 बोध गया में तैनात डीएसपी रैंक का ये अधिकारी असल में धन कुबेर निकला। इसके ठिकानों से रेड की कार्रवाई में बेशुमार दौलत मिली है। सब इंस्पेक्टर के तौर पर पुलिस विभाग में तैनात हुआ यह भ्रष्ट अधिकारी विनोद कुमार राउत तरक्की पाकर डीएसपी बना। इस बीच उसने घूसखोरी के जरिए करोड़ों की संपत्ति बना ली।
निगरानी ब्यूरो डीएसपी विकास श्रीवास्तव के मुताबिक आरोपी अधिकारी पर लंबे समय से विभाग नजरे गड़ाए था। इसके पास होटल समेत कई जगहों पर बड़ी राशि निवेश करने समेत काली कमाई से जोड़े गए धन के दस्तावेज मिलने का खुलासा हुआ है। ब्यूरो के अधिकारियों के मुताबिक वर्ष 2014 में करप्शन के आरोप लगने के बाद लगातार विनोद कुमार राउत ब्यूरो के रडार पर था। इसके खिलाफ लगातार जांच चल रही थी। साक्ष्य मिलने के आधार पर पटना के ब्यूरो कार्यालय में परिवाद दर्ज करने के बाद रेड की कार्रवाई की गई है।
धनकुबेर अधिकारी के यहां मिला इतना खजाना
निगरानी ब्यूरो के डीएसपी विकास श्रीवास्तव के मुताबिक आरोपी डीएसपी विनोद कुमार राउत के पटना स्थित ठिकानों पर की गई कार्रवाई में 40 हजार नकद, करीब आठ लाख 62 हजार रुपए के 5 गोल्ड बिस्किट, 10 लाख की ज्वैलरी खरीद का केश मेमो, एक बीमा कंपनी में निवेश के 4 बॉन्ड, 17 बैंक खाते, एक बैंक में दो लॉकर मिले, जिन्हें सील कर दिया गया। राजधानी के राजेंद्र नगर में एक शॉप, दिल्ली वृंदावन सोसायटी में फ्लैट बुकिंग के दस्तावेज, अशोकपुरी में स्थित एक घर से 43 लाख का इलेक्ट्रोनिक सामान स्टॉक जब्त किया गया है। ब्यूरो ने उनके खिलाफ करीब 37 लाख का आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है। वहीं उनके बोध गया स्थित ठिकानों पर भी जांच की जा रही है।