- दीघा पुलिस ने ठगी के मामले में गिरफ्तार किया कई बदमाशों को
- गिरोह का सरगना पाटलिपुत्र में फर्जी कॉल सेंटर संचालित कर रहा था
- फर्जी कॉल सेंटर से 10.50 लाख रुपए, 1.79 लाख रुपए की ज्वेलरी बरामद
Patna News: पटना की दीघा पुलिस ने एक अंतर्राष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने पाटलिपुत्र इलाके स्थित एक घर में छापेमारी की, जहां फर्जी कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा था। पुलिस ने यहां से कोलकाता निवासी मो. दानिश, आमिर सिद्दीकी एवं वीरभूम के सब्बीर अहमद को गिरफ्तार किया है। इनका सरगना मनेर का पिंटू सिंह है, जिसे पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
पुलिस ने पिंटू के घर और पाटलिपुत्र स्थित फर्जी कॉल सेंटर से 10.50 लाख रुपए, 1.79 लाख की ज्वेलरी की रसीद, 50 हजार की बैंक पर्ची, एक लैपटॉप, एक सीपीयू, दो पेन ड्राइव, तीन कार्ड रीडर, तीन मेमोरी कार्ड, तीन मोबाइल, दो बाइक, एक डायरी और सात पासबुक बरामद किए हैं।
थॉमस, डैनियल, फ्रैंक बनकर करते थे कॉल
पटना में बैठे ये साइबर ठग थॉमस, डैनियल, फ्रैंक आदि बनकर अमेरिका में कॉल किया करते थे। हर महीने वहां के लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर रहे थे। छापेमारी के संबंध में सिटी एसपी अंबरीश कुमार का कहना है कि इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की मदद ली जाएगी। ये लोग अपने क्लाइंट को पोर्न वीडियो भेजकर कंप्यूटर हैक कर लेते थे और फिर ठीक करने के बहाने मोटी रकम ऐंठते थे।
चाय पीते तीन संदिग्ध युवकों को पुलिस ने देखा था
दीघा पुलिस ने 17 सितंबर को सुबह 3 बजे एशियन हॉस्पिटल के पास चाय पीते तीन संदिग्ध युवकों को देखा था। पुलिस ने इनसे पूछताछ की थी। शक होने पर पुलिस ने इनका मोबाइल देखा, जिस पर शक और गहरा गया। दीघा थानेदार राजकुमार पांडेय ने फिर इनके कार्यालय में छापेमारी की योजना बनाई। इसके बाद फर्जी कॉल सेंटर में छापेमारी की गई तो सच्चाई सामने आ गई। गिरफ्तार साइबर ठग दानिश की फर्राटेदार इंग्लिश सुनकर सिटी एसपी चौंक गए। दानिश ने कोलकाता से बीबीए की पढ़ाई की है। सब्बीर भी बीकॉम पास है। आमिर ने बीएससी कर रखी है। तीनों पहले कोलकाता में ही कॉल सेंटर में काम करते थे। यहां पटना में पिंटू इन्हें हर महीने 30-35 हजार रुपए वेतन देता है। इसके अतिरिक्त ठगी के पैसे में प्रति डॉलर दो रुपए कमीशन मिलता है।