- प्रसव पूर्व देखभाल में इस साल मई में 16 हजार से अधिक महिलाओं की जांच हुई
- इनमें पटना में पांच हजार से अधिक महिलाएं शामिल
- इस साल मई में पटना प्रमंडल में 16367 संस्थागत प्रसव हुए
Patna Pregnancy Test News: पटना प्रमंडल में पटना जिला गर्भवतियों की स्वास्थ्य जांच में अव्वल है। मई 2022 में प्रसव पूर्व देखभाल में 16 हजार से अधिक महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच हुई। इनमें 5 हजार से अधिक महिलाएं पटना जिले की हैं। इसी तरह गर्भवतियों की चार जरूरी जांच में भी पटना अव्वल है। कमिश्नर कुमार रवि ने प्रमंडल के सभी डीएम को गर्भवतियों की स्वास्थ्य जांच कराने में गंभीर रहने को कहा है।
संस्थागत प्रसव, प्रसवपूर्व देखभाल एवं सीजेरियन डिलिवरी पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। मई 2022 में प्रमंडल अंतर्गत संस्थागत प्रसव की संख्या 16367 है। इनमें पटना जिले में 5160, रोहतास में 3370, नालंदा में 2388, भोजपुर में 2367, बक्सर में 1175 और कैमूर में 1907 है।
बक्सर, नालंदा और भोजपुर के अधिकारियों को ध्यान देने का निर्देश
कमिश्नर का कहना है कि लक्ष्य के मुताबिक उपलब्धि पाने के लिए लगातार प्रयास करते रहना होगा। उन्होंने चार एएनसी के खिलाफ शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव की उपलब्धि हासिल करने का निर्देश दिया है। कहा कि संस्थागत प्रसव राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा का एक अहम घटक है। संस्थागत प्रसव में लक्ष्य एवं उपलब्धि में कैमूर, रोहतास एवं पटना ने बेहतर काम किया है। जबकि बक्सर, नालंदा और भोजपुर के डीएम और सिविल सर्जन को संस्थागत प्रसव पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया।
खराब प्रदर्शन करने वाली एएनएम पर होगी कार्रवाई
कमिश्नर कुमार रवि ने आशा एवं एएनएम के कार्यों की समीक्षा कर संस्थागत प्रसव में लगातार खराब प्रदर्शन करने वालों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रखंड अंतर्गत स्वास्थ्य क्षेत्र के 10 मुख्य बिंदुओं पर समीक्षा की और प्रगति का जायजा लिया। क्षेत्रीय अपर निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं पटना प्रमंडल ने सभी जिलों की समेकित रिपोर्ट प्रस्तुत की।
पुरुष नसबंदी में रोहतास आगे
कमिश्नर ने परिवार नियोजन कार्यक्रम की भी प्रगति की समीक्षा की। पटना प्रमंडल अंतर्गत इस साल मई में महिला बंध्याकरण 2088 हुआ है। वहीं, पुरुष नसबंदी की संख्या 31 ही है। पुरुष नसबंदी में रोहतास में सबसे अच्छा काम हुआ है।