- कोतवाली पुलिस ने महावीर मंदिर के पास चार साइबर अपराधियों को पकड़ा
- राजीव रंजन, उज्ज्वल राज, अभिमन्यु कुमार और राजवीर राज को किया गया गिरफ्तार
- सभी गया जिले के महियापुर गांव के हैं और आपस में हैं रिश्तेदार
Patna Cyber Fraud: पटना में साइबर ठगी के मामले में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। ठगी के अलग-अलग तरीके भी सामने आ रहे हैं। अब गिरफ्तार साइबर ठगों ने साइबर ठगी का चौंकाने वाला तरीका बताया है। इससे पहले इस तरह के तरीके की जानकारी पुलिस को भी नहीं थी। दरअसल, अब साइबर ठग एटीएम कार्ड का क्लोन नहीं बना रहे हैं। यह लोग मंदिर, बैंक और अन्य भीड़भाड़ वाले इलाके में घूमते रहते हैं और लोगों की जेब में रखे वाईफाई ऑन डेबिट और क्रेडिट कार्ड में पीओएस मशीन चिपकाकर रकम निकाल लेते हैं।
यह जानकारी हाल में कोतवाली पुलिस द्वारा शहर के महावीर मंदिर के पास से गिरफ्तार चार युवकों ने दी है। पुलिस ने राजीव रंजन, उज्ज्वल राज, अभिमन्यु कुमार और राजवीर राज को दबोचा था। यह सभी गया जिले के महियापुर गांव के रहने वाले हैं और आपस में रिश्तेदार हैं।
डायरी में मेंटेन करते थे कब मंदिर में भीड़ होगी, कहां-कहां मेला लगेगा
गिरफ्तार साइबर ठगों ने जेल जाने से पहले पुलिस को बताया है कि वो लोग एक डायरी मेंटेन करते थे, जिसमें यह आने वाले पर्व-त्योहारों को लिखते थे। ताकि यह याद रहे कि किस-किस दिन किस मंदिर में अधिक भीड़ रहेगी। कहां-कहां, कब मेला लगने वाला है। उस दिन उक्त जगहों पर गिरोह के सदस्य सक्रिय रहते थे। इन लोगों ने व्हाट्सग्रुप भी बना रखा है, जिसमें यह सब जानकारी साझा होती रहती थी।
पर्स से लगाते थे अंदाजा एटीएम कार्ड है या नहीं
साइबर ठगों ने बताया कि वह लोग भीड़भाड़ वाले इलाके में आने वाले लोगों के पर्स पर नजर रखते थे। अगर, पर्स मोटा रहता था तो यह मानते थे कि इसने अपना एटीएम कार्ड या क्रेडिट कार्ड साथ रखा है। इसके बाद शातिर भीड़ में उस शख्स के करीब जाकर पीओएस मशीन लगाकर उसके खाते से पैसे निकाल लेते थे। पुलिस इन शातिरों से ठगी के और तरीकों की भी जानकारी लेगी। ताकि लोगों को साइबर ठगी से बचाया जा सके।