- नीतीश कुमार सरकार के हिस्सा हैं मुकेश साहनी
- कई मौकों पर जता चुके हैं अपनी नाराजगी
- शराबबंदी के मुद्दे पर बीजेपी पर भी हमलावर
अगर कहें कि राजनीति पूरी तरह संभावनाओं पर आधारित है तो गलत ना होगा। अगर ऐसा ना होता तो नेता एक दल छोड़कर दूसरे दलों की तरफ रुख नहीं करते हैं। दरअसल यह लाइन बिहार के संदर्भ में सटीक सी दिखती है। बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए की सरकार है जिसमें सबसे बड़ा दल बीजेपी है। सरकार की कमान जेडीयू के हाथ में है लेकिन संख्या बल के आधार पर वो तीसरे नंबर की पार्टी है। इस समय बिहार में शराबबंदी प्रमुख मुद्दा है और बीजेपी अपनी ही सरकार पर हमलावर है। इन सबके बीच वीआईपी पार्टी के मुखिया और सरकार में मंत्री मुकेश साहनी ने बजडा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि लालू जी उनके प्रिय और तेजस्वी यादव छोटे भाई हैं और जब मौका आएगा साथ मिलकर राजनीति करेंगे।
नीतीश कुमार- तेजस्वी यादव दोनों की तारीफ
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुकेश साहनी ने बीजेपी के खिलाफ कड़ा रुख दिखाते हुए कहा कि मैं बीजेपी के शीर्ष नेता को जवाब दूंगा।बिहार में नीतीश की सरकार पहले दिन से ही मेरे दम पर बनी है। बीजेपी वालों को देखना चाहिए कि यूपी में योगी की सरकार आएगी या नहीं। वहीं उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव को अपना छोटा भाई बताया है। मुकेश साहनी के विद्रोही रवैये को देखते हुए बिहार में एनडीए सरकार के मुश्किल में पड़ने की अटकलों को बल मिला है। दूसरी ओर साहनी के विद्रोही रवैये को देखते हुए बिहार में एनडीए सरकार पर संकट के सवाल खड़े हो गए हैं. राजनीतिक जानकारों की माने तो साहनी गठबंधन तोड़ने पर भी विचार कर सकते हैं। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की अगुवाई में सरकार अच्छी तरह से चल रही है।
नीतीश के मंत्री मुकेश साहनी की धमकी! चार सीट वाला हट जाएगा तो गिर जाएगी बिहार सरकार
गठबंधन तोड़ने को तैयार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार की देर शाम पटना में अपने सरकारी आवास पर मीडिया से बातचीत में मुकेश साहनी ने बीजेपी सांसद अजय निषाद को ऐरा गैरा नेता बताते हुए कहा कि मैं चला गया, इसलिए मुजफ्फरपुर से जीतकर अजय निषाद सांसद बने। बीजेपी वालों को ऐसे नेताओं को बंद रखना चाहिए। भाजपा वालों को पर्दे के पीछे से किसी को आमंत्रित नहीं करना चाहिए। बीजेपी को बोलना है तो सामने से आओ. अगर वह गठबंधन तोड़ना चाहता है, तो उसे तोड़ दें। मुझे किसी की परवाह नहीं है। मैंने कहा है कि अगर मैं यूपी में चुनाव लड़ता हूं तो जरूर लड़ूंगा। मुकेश साहनी ने कहा कि उन्हें मंत्री पद पर जाने का डर नहीं है। बीजेपी की रणनीति से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। बीजेपी वालों को देखना चाहिए कि यूपी में योगी सरकार वापस आ रही है या नहीं. बिहार में मंत्री की कुर्सी से मेरा कोई लेना-देना नहीं है।