- बिहार पुलिस के एसपी को मुंबई में क्वारंटीन करने के मामले ने पकड़ा तूल
- बिहार के सीएम नीतीश बोले- विनय तिवारी के साथ जो कुछ हुआ वो ठीक नहीं है
- सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच करने मुंबई पहुंचे बिहार पुलिस के एसपी को कर लिया गया है क्वारंटीन
मुंबई: अभिनेता सुशांत सिंह की आत्महत्या के मामले में जांच करने के लिए बिहार के तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी जब मुंबई जांच के लिए पहुंचे तो उन्हें बीएमसी ने जबरन क्वारंटीन कर दिया। विनय तिवारी को क्वारंटीन किए जाने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। अब इस पूरे घटनाक्रम पर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया दी है। नीतीश कुमार ने साफ कहा है कि पटना सिटी के एसपी विनय तिवारी के साथ मुंबई में जो कुछ भी हुआ वह ठीक नहीं हुआ है। दरअसल विनय तिवारी को क्वारंटीन किए जाने के बाद मुंबई और बिहार पुलिस आमने-सामने आ गए हैं।
मीडिया ने जब नीतीश कुमार से विनय तिवारी को जबरन क्वारंटीन किए जाने के संबंध में सवाल किया तो नीतीश कुमार ने कहा, 'ये हमारी सरकार की तरफ से डीजीपी ने पूरी सूचना दी है। उनके साथ (विनय तिवारी) जो कुछ भी वहां हुआ है वो ठीक नहीं हुआ है। वो बातचीत करेंगे। ये राजनैतिकि बात नहीं हो रही है। ये जो कानूनी जिम्मेदारी है बिहार पुलिस के प्रति उसे हम निभा रहे हैं। वैसी परिस्थिति में उनसे बातचीत हमारे डीजीपी कर रहे हैं।'
पगला गई है मुंबई पुलिस- निरूपम
विनय तिवारी को को क्वांरटीन करने पर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने ट्वीट करते हुए कहा, 'लगता है, बीएमसी और मुंबई पुलिस पगला गए हैं। सुशांत सिंह मृत्यू कांड की जाँच करने आए IPS अफसर तिवारी को 15 अगस्त तक क्वारंटीन कर दिया।जाँच कैसे होगी ? मुख्यमंत्री तत्काल हस्तक्षेप करें।तिवारी को रिलीज कराएँ और जाँच में मदद करें वरना मुंबई पुलिस पर शक और बढ़ेगा।'
बिहार के डीजीपी ने दिया ये बयान
बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने रविवार को आरोप लगाया कि तिवारी को मुंबई में बीएमसी के अधिकारियों ने जबरदस्ती क्वारंटीन में भेजा है। पांडेय ने ट्वीट किया, ‘आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी पुलिस टीम का नेतृत्व करने के लिए आधिकारिक ड्यूटी पर पटना से आज मुंबई पहुंचे थे, लेकिन बीएमसी अधिकारियों ने रात 11 बजे उन्हें जबरदस्ती पृथक-वास में भेज दिया। उन्हें अनुरोध के बावजूद आईपीएस मैस में आवास मुहैया नहीं कराया गया और वह गोरेगांव के एक अतिथिगृह में रुके हैं।’