- तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच संग्राम
- तेज प्रताप यादव ने संजय यादव पर लगाया आरोप कि वो तेजस्वी से मिलने में रोड़ा अटकाते हैं
- तेज प्रताप के बयान पर तेजस्वी यादव बोले- बड़े भाई का सम्मान लेकिन अनुशासन भी जरूरी
नई दिल्ली: राजद में ऐसा लागता है कुछ ठीक नहीं है, हर दिन एक नया विवाद देखने और सुनने को मिल रहा है। तेज प्रताप आज लाव लश्कर के साथ अपने भाई तेजस्वी से मिलने पहुंचे , इंतज़ार किया और फिर तेजस्वीने उनसे मुलाकात नहीं की। तेज प्रताप ने तुरंत ये आरोप लगाया की तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव ने उन्हें मुझसे मिलने से रोका। सवाल उठाया की संजय ने मिलने से क्यों रोका ? उन्होंन मीडिया को कहा की संजय यादव दो भाई के बीच में आ रहे है। तेज प्रताप के गुस्से पर तेजश्वी यादव ने कहा कि तेज आये थे मुलाकात हुई थी, हम मीटिंग में थे, बड़े भाई हैं अलग बात है, उनका सम्मान करते है ऐसे संस्कार हैं जो मुझे मिला है,अनुशासन में रहना भी ज़रूरी है।
राजद में घमासान, आग बबूला हुए तेज प्रताप
राजद में घमासान चल रहा है और तेज प्रताप पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से नाखुश हैं, तेजप्रताप ने आरोप लगाया की वो (संजय यादव) पार्टी को बर्बाद कर देंगे, यहाँ तक की उनको पार्टी का संविधान भी याद दिलवाया। पूरे विवाद की शुरुआत जगदानंद सिंह द्वारा छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को तत्काल प्रभाव से हटाकर नए छात्र नेता गगन कुमार को छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष घोषित करने से हुई है। तेज प्रताप के सबसे करीबी है आकाश और उन्हें पद से हटाने पर तेज प्रताप ने जगदानंद सिंह के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया.
जगदानंद सिंह पर भी साधा निशाना
तेज प्रताप ने कल अपने प्रेस वार्ता में साफ़ कर दिया की प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह मेरे और तेजश्वी के बीच में दरार पैदा करना चाहते है। उन्होंने ये भी कहा की राजद सुप्रीमो लालू यादव को उनपे कार्यवाई करनी चाहिए , नहीं तो वो कोर्ट जायेंगे। हैरानी की बात ये भी है की इतना कुछ हो चुका है लेकिन लालू यादव अभी चुप बैठे हैं। पार्टी में जो कलह चल रहा है उसपे अब राज्य के हर नेता बयांबाज़जी कर रहे हैं, लेकिन अभी तक लालू यादव की कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है न ही इस मुद्दे पर पार्टी के कोई और नेता बात कर रहे हैं , अगर ये घमासान ख़त्म नहीं हुआ तो पार्टी को नुकसान पहुंचना तय है।