प्रयागराज: अपराधियों पर योगी सरकार की कार्रवाई जारी है। ऑपरेशन क्लीन के तहत प्रयागराज प्रशासन ने शराब माफिया श्याम बाबू जायसवाल की अवैध बिल्डिंग को गिरा दिया। साल 2020 में जहरीली शराब के मामले में श्याम बाबू जेल में बंद है। चार महीने पहले फूलपुर क्षेत्र में हुए शराब कांड जिसमें सात लोगों की मौत हो गई थी।
फूलपुर कोतवाली अन्तर्गत अमिलिया, खंसार, मैलवन, कोनार, अगरापट्टी, अरवासी आदि गांवों में बीस नवंबर 2020 को जहरीली शराब पीने से इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कर्मचारी सहित सात ग्रामीणों की मौत हो गई थ। इस मामले में सरकारी ठेका के दुकानदार व अन्य सात पर मुकदमा दर्ज कराया गया था।
इन्हीं में शामिल था श्याम बाबू जायसवाल। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। नामजद श्याम बाबू जायसवाल निवासी अगरापट्टी पर अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति के आरोप पर डीएम प्रयागराज के आदेश पर मंगलवार व बुधवार को स्थानीय प्रशासन ने मकान जमींदोज करा दिया। इस मौके पर एसडीएम फूलपुर युवराज सिंह व प्रभारी निरीक्षक राज किशोर मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे की सत्ता संभालने के बाद भ्रष्टाचार और अपराध को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि अपराधी या तो जेल में होंगे या प्रदेश के बाहर। जिसका परिणाम यह हुआ कि यूपी पुलिस माफिया और कुख्यात अपराधियों पर कहर बनकर टूट पड़ी है।
सिर्फ कार्यवाही नहीं, सजा भी करा रही सरकार
पुलिस चिह्नित माफिया के खिलाफ दर्ज मुकदमो में तेजी से न सिर्फ कार्यवाही कर रही है, बल्कि सरकार की ओर से तगड़ी पैरवी भी की जा रही है, ताकि उन्हें जल्द से जल्द सजा दिलाई जा सके। इसी कड़ी में कोर्ट ने माफिया आकाश जाट को दो मुकदमो में अलग-अलग तीन और सात साल की सजा सुनाई है। जबकि उसके गैंग के सहयोगी अमित भूरा को भी दोनों मुकदमो में तीन साल और एक साल की सजा दी गई है। चिह्नित सभी बड़े माफिया इस समय जेल में बंद हैं।