- प्रयागराज के भगवतपुर ब्लॉक में सब्जी बेचने वाली महिला ब्लॉक प्रमुख चुनी गई हैं
- घर चलाने के लिए उनका पूरा परिवार सब्जी बेचने का काम करता है
- मालती देवी पीएम मोदी और सीएम योगी के कार्यों/नीतियों से प्रेरित होने की बात कहती हैं
प्रयागराज : ब्लॉक प्रमुख के चुनाव का नाम सुनते ही मन मे धनबल बाहुबल के बल पर चुने जाने वाले प्रत्याशियों का ख्याल आता है, लेकिन संगम नगरी में बने नए ब्लॉक भगवतपुर में सब्जी बेचने वाली महिला ने ब्लॉक प्रमुख का चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया है। अपना घर चलाने के लिए परिवार वालों के साथ सब्जी बेचने का काम करने वाली मालती देवी अब इस ब्लॉक की प्रमुख बन चुकी हैं।
सब्जी बेचने वाली महिला बनी ब्लॉक प्रमुख
प्रयागराज में हाल ही सम्पन्न हुए ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में भगवतपुर ब्लॉक से सब्जी बेचने वाली एक महिला को ब्लॉक प्रमुख के पद पर जीत मिली है। भगवतपुर ब्लॉक से प्रमुख बनी मालती देवी सब्जी बेचकर अपना परिवार चलाती हैं, लेकिन बीडीसी चुने जाने के बाद भाजपा ने उन्हें ब्लॉक प्रमुख का उम्मीदवार बनाया और उन्हें ब्लॉक प्रमुख के पद पर जीत भी मिली।
ब्लॉक प्रमुख चुनी गई मालती देवी का कहना है कि उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि उन्हें भाजपा ब्लॉक प्रमुख का उम्मीदवार बनाएगी, लेकिन बीजेपी ने न सिर्फ उन्हें उम्मीदवार बनाया, बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनकी जीत के लिए मेहनत भी की। इसी का नतीजा है कि वे ब्लॉक प्रमुख का चुनाव जीती हैं।
पूरा परिवार करता है सब्जी बेचने का काम
मालती देवी अपने पति और 5 बच्चों के साथ दो कमरे के छोटे से मकान में रहती हैं। घर चलाने के लिए मालती और उनके पति के साथ ही दो बेटे भी सब्जी बेचने का काम करते हैं। चारों लोग मिलकर सब्जी बेचकर घर परिवार को चला रहे हैं।
इसी बीच अप्रैल में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मालती देवी को क्षेत्र पंचायत सदस्य के चुनाव में जीत मिल गई, जिससे पूरा परिवार बेहद खुश था। जुलाई माह में कराए गए ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में मालती देवी को भाजपा ने भगवतपुर ब्लॉक से उम्मीदवार घोषित कर दिया। मालती को भी इसका यकीन नहीं हो रहा था, लेकिन पार्टी नेताओं की तरफ से जानकारी मिलने के बाद उन्हें भी भरोसा हुआ।
जीत की राह नहीं थी आसान
राजनीति में नई मालती देवी के लिए धन और बाहुबल के बल पर लड़े जाने वाले इस चुनाव में किसी से मुकाबला करने की कोई हिम्मत नहीं थी, लेकिन पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की मदद से मालती देवी को ब्लॉक प्रमुख चुनाव में बड़ी जीत हासिल हुई। मालती देवी को 65 वोट में से 60 वोट हासिल हुए, जबकि उनके विपक्षी प्रत्याशी को महज 5 वोट से ही संतोष करना पड़ा।
गरीब परिवार की मालती देवी को भारी मतों से मिली जीत ने ये साबित कर दिया कि धन और बाहुबल के दम पर लड़े जाने वाले ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में भी गरीब और कमजोर उम्मीदवारों को जीत मिल सकती है।
सेवा करना है मकसद
मालती देवी ज्यादा पढ़ी लिखी तो नहीं हैं, लेकिन उनका कहना है कि जिस तरह से देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विकास का काम कर रहे हैं उसी तरह से वो भी गरीबों की सेवा और मदद के लिए विकास कार्य अपने ब्लॉक में करेंगी।
मालती देवी टिकट मिलने से लेकर ब्लॉक प्रमुख बनने तक का श्रेय भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं के हित वाली नीतियों को देती हैं। उनका कहना है कि उन्हें सपने में भी ऐसी उम्मीद नहीं थी, लेकिन जब पार्टी ने उनपर भरोसा किया है तो अब उस भरोसे पर खरा उतरना उनकी जिम्मेदारी बन गई है।