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Pune Crime News: पुणे में आरटीओ अधिकारी से मांगी 1 करोड़ की फिरौती, पुलिस ने आरोपी को पकड़ा

Updated Jul 11, 2022 | 17:38 IST

Pune Police Action: पुणे पुलिस ने एक शख्स को आरटीओ अधिकारी से फिरौती मांगने के मामले में पकड़ा है। पुलिस का कहना है पकड़ा गया आरोपी जालसाज है। 2019 के एक पुराने मामले को लेकर विवाद था, इसी मामले में आरोपी अधिकारी से एक करोड़ की फिरौती मांग रहा था।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
पुणे पुलिस ने आरटीओ अधिकारी से फिरौती मांगने वाले आरोपी को पकड़ा (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुख्य बातें
  • अधिकारियों को धमकी भरे ईमेल भेजता था आरोपी
  • आरटीओ अधिकारी ने बंडगार्डन पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया है मामला
  • 2019 के एक मामले को लेकर आरोपी मांग रहा था फिरौती

Pune Crime News: पुणे पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) से एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि आरटीओ अधिकारी को धमकाने के लिए धमकी भरा ईमेल भेजा गया था, और एक करोड़ की फिरौती की मांग की थी। इस मामले में सचिन काशीनाथ गव्हाने को गिरफ्तार किया गया है।

बता दें कि आरोपी राजगुरुनगर का निवासी है। इस मामले में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अजीत शिंदे ने बंडगार्डन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई थी। एक पुराने विवाद को लेकर आरोपी आरटीओ अधिकारी को धमका रहा था। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।

वर्ष 2019 से चल रहा विवाद

बता दें कि पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी सचिन गव्हाने के भाई समीर ने उप क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय पिंपरी-चिंचवड में आवेदन दिया हुआ था। उसने सचिन के नाम से दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर जमा कर दिए थे। उसने सचिन के नाम का ट्रक दूसरे व्यक्ति को दे दिया था। सचिन ने तब भोसरी एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई थी। समीर गव्हाने और तत्कालीन सहायक परिवहन अधिकारी सुबोध मिर्चीकर, क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। यह प्रकरण 2019 का है। बता दें कि पुलिस ने तब जांच की और चार्जशीट भेजने की अनुमति के लिए परिवहन आयुक्त, मुंबई को एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया जो कि अभी भी लंबित है। 

आरटीओ अधिकारी को ईमेल के जरिए धमकाया

मिली जानकारी के अनुसार आरोपी सचिन ने विभिन्न कार्यालयों में शिकायत प्रपत्र भेजना शुरू कर दिया था। उसने परिवहन अधिकारी को एक ईमेल भेजकर कर्मचारी के खिलाफ आरोप पत्र दायर करने की अनुमति मांगी। आरोपी एक दिन अधिकारी अजीत शिंदे के कार्यालय आया था। उसने उनसे कहा कि मैं शिकायत करना बंद कर देता हूं, आप अपने अधिकारियों और कर्मचारियों से एक करोड़ रुपए दिलवा दीजिए। शिंदे ने उस वक्त गव्हाने को नजरअंदाज कर दिया। इसके बाद उसने समझौते के तौर पर 85 लाख रुपए मांगने लगा। शिंदे ने उसे फिर ठुकरा दिया। फिर आरोपी ने शिंदे के साथ-साथ अन्य सरकारी कार्यालयों को एक ईमेल भेजा। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने आरटीओ अधिकारी शिंदे को धमकी भरा अपमानजनक ईमेल भेजा था। इसके बाद त्रस्त होकर शिंदे ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।