- अब एक की बजाय दो दिन छोड़कर होगा पानी सप्लाई
- सोमवार से जारी होगा पानी सप्लाई का नया शेड्यूल
- बांध में सिर्फ 15 जुलाई तक सप्लाई का पानी बचा
Pimpri Chinchwad: पुणे के साथ अब पिंपरी-चिंचवड और मावल क्षेत्र में भी पानी का संकट गहरा गया है। यहां के लोगों की प्यास बुझाने वाला पवना बांध सूखने के कगार पर पहुंच चुका है। फिलहाल इस बांध में सिर्फ 17.79 फीसदी पानी ही बचा है। इस समस्या से निपटने के लिए सिंचाई विभाग ने पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका को पत्र लिखकर तत्काल पानी सप्लाई को सीमित मात्रा में करने का निर्देश दिया है। जिसकी बाद महानगरपालिका ने पानी सप्लाई में कटौती करने का प्लान तैयार किया है।
पिछले ढाई साल से पानी कटौती झेल रहे पिंपरी-चिंचवड शहरवासियों को अब एक की बजाय दो दिन छोड़ पानी की आपूर्ति होगी। बता दें कि पिंपरी-चिंचवड सहित मावल क्षेत्र के विभिन्न गांवों के लिए पवना बांध का पानी का मुख्य जलस्रोत है। महानगरपालिका इस बांध से 510 एमएलडी पानी लेता है। इस पानी को सेक्टर 23 निगडी में शुद्ध कर शहरवासियों को सप्लाई किया जाता है।
बांध क्षेत्र में अभी तक शुरू नहीं हुई भारी बारिश
इस साल तेज गर्मी और लू के चलते पानी की खपत बढ़ने से बांध में पानी की खपत तेजी से घटी है। वहीं बारिश ने भी अब तक बड़ा झटका दिया है। महानगरपालिका कमिश्नर राजेश पाटिल ने बताया कि सोमवार से पानी सप्लाई का नया शेड्यूल जारी कर दिया जाएगा। जून का महीना खत्म हो गया है, लेकिन अभी तक बांध क्षेत्र में भारी बारिश नहीं हुई है। पवना बांध में वर्तमान में उपयोगी जल संग्रहण 1.51 टीएमसी (17.79 प्रतिशत) है। वहीं पिछले साल जून माह के अंत में इसमें 1.96 टीएमसी (34.80) प्रयोग करने योग्य पानी था। जिसकी तुलना में इस साल पानी का स्तर 17 फीसदी कम है। बांध क्षेत्र में 1 जून, 2022 के बाद से बेहद कम बारिश हुई है।
तो पीने तक का पानी नहीं मिलेगा
महानगरपालिका कमिश्नर राजेश पाटिल ने बताया कि बांध में मौजूद पानी से सिर्फ 15 जुलाई तक ही पेयजल आपूर्ति हो सकता है। अगर दैनिक पानी की खपत इसी तरह जारी रही और बारिश में देरी हुई, तो पिंपरी-चिंचवड शहर में पीने का पानी ही नहीं मिलेगा। इसलिए पानी सप्लाई में कटौती की जा रही है। साथ ही लोगों से भी अपील की जा रही कि वे बेहद कम मात्रा में पानी का उपयोग करें।