- शनि की राशि है मकर
- बिजनेस में सितंबर के बाद आएगा अच्छा समय
- नवम्बर व दिसंबर में सेहत को लेकर अलर्ट रहें
Makar Rashifal 2021 : मकर राशि ज्योतिष की दशम राशि है। मकर का स्वामी शनि होता है। शनि न्याय का ग्रह है। इस राशि के जातक तकनीकी तथा कला और फ़िल्म फील्ड में बहुत सफल होते हैं। इस राशि के जातक बहुत ही धार्मिक तथा आध्यात्मिक होते हैं। जिस भी कार्य को हाथ में लेते हैं उसको अंजाम तक पहुंचा कर के ही मानते हैं। आध्यात्मिक गुरु होते हैं। न्यायाधीश होते हैं। राजनीति के लिए यह राशि बहुत अनुकूल है। बैंकिंग, मीडिया, सिविल सेवा तथा न्यायिक सेवा में उच्च पदों को प्राप्त करते हैं। शनि शुक्र तथा बुध का परम मित्र है। तुला तथा वृष राशियां इसकी परम मित्र राशियां हैं। मिथुन,कन्या तथा कुम्भ इसकी प्रिय मित्र राशियां हैं। कुंभ राशि का शुभ रत्न नीलम है।
जानें 2021 मकर राशि वालों के लिए कैसा रहेगा ( Capricorn yearly horoscope 2021)
1. स्वास्थ्य : स्वास्थ्य सुख गुरु व शनि की उपस्थिति से थोड़ा बेहतर रहेगी। नवम्बर व दिसंबर में थोड़ी परेशानी रहेगी। शुगर के पेशेंट नवम्बर के बाद हेल्थ के प्रति सचेत रहें। सांस तथा बीपी के रोगियों को समस्या आ सकती है। मार्च, मई तथा सितम्बर का महीना भी बहुत बेहतर नहीं है।
2. जॉब : विधि, प्रबंधकीय तथा मेडिकल फील्ड के जातक सफलता की प्राप्ति करेंगे। मई के बाद विदेश जाने का अवसर प्राप्त होगा। आई टी, मीडिया तथा ला फील्ड के जातकों के लिए 15 जून के बाद का समय बहुत अनुकूल है। 15 सितम्बर के बाद पदोन्नति या जॉब चेंज के अवसर बन सकते हैं। फिल्म, पत्रकारितातथा टीवी इंडस्ट्री से संबंधित जातक लाभान्वित होंगे। न्यायिक तथा बैंकिंग सेवा के लोग इस वर्ष लाभान्वित होंगे तथा अगस्त के बाद उनका प्रमोशन होगा।
3. लव लाइफ : मैरिड लाइफ सफल रहेगी। जनवरी व मार्च में लव लाइफ में थोड़ा तनाव रहेगा। दाम्पत्य जीवन सुखद रहेगा। जीवन साथी को मार्च, सितम्बर तथा नवम्बर में स्वास्थ्य से परेशानी हो सकती है। इस वर्ष प्रेम, विवाह का रूप लेगा। इसके लिए जुलाई के बाद का समय बेहतर है।
4. आर्थिक स्थिति : व्यवसाय में वृद्वि होगी। सितम्बर के बाद कोई बड़ा लाभ सम्भव है। मकान व वाहन क्रय कर सकते हैं। यह वर्ष बहुत ही समृद्वि देगा।
5. शुभ समय : जुलाई से सितंबर के बीच का समय उत्तम है।
6. उपाय : शनिवार को पीपल की पूजा करें।हनुमानजी की उपासना करें।इस राशि के स्वामी शनि देव् की पूजा करें। लाजवर्त धारण करें।