- हनुमान उपासना अच्छे फल देगी
- साल के अंत में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है
- फरवरी तक लव लाइफ में थोड़ा तनाव रहेगा
Kumbh Rashifal 2021 : कुम्भ राशि ज्योतिष की 11वीं राशि है। कुम्भ का स्वामी शनि होता है। शनि न्याय का ग्रह है। इस राशि के जातक तकनीकी तथा कला और फ़िल्म फील्ड में बहुत सफल होते हैं। इस राशि के जातक बहुत ही धार्मिक तथा आध्यात्मिक होते हैं। जिस भी कार्य को हाथ में लेते हैं उसको अंजाम तक पहुंचा कर के ही मानते हैं। आध्यात्मिक गुरु होते हैं। न्यायाधीश होते हैं। राजनीति के लिए यह राशि बहुत अनुकूल है। बैंकिंग, मीडिया, सिविल सेवा तथा न्यायिक सेवा में उच्च पदों को प्राप्त करते हैं। शनि शुक्र तथा बुध का परम मित्र है। तुला तथा वृष राशियां इसकी परम मित्र राशियां हैं। मिथुन, कन्या तथा मकर इसकी प्रिय मित्र राशियां हैं।
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1. स्वास्थ्य : स्वास्थ्य सुख में सुख दुख दोनों है। गुरु व शनि की मकर में उपस्थिति से शुरू में थोड़ा बेहतर रहेगी। नवम्बर व दिसंबर में थोड़ी परेशानी रहेगी। शुगर के पेशेंट नवम्बर के बाद हेल्थ के प्रति सचेत रहें। दमा के रोगियों को समस्या आ सकती है। सितम्बर का महीना भी बहुत बेहतर नहीं है। रुद्राभिषेक कराते रहें।
2. जॉब : बैंकिंग, प्रबंधकीय तथा मेडिकल फील्ड के जातक सफलता की प्राप्ति करेंगे। अप्रैल के बाद विदेश जाने का अवसर प्राप्त होगा। फ़िल्म, मीडिया तथा बैंकिंग फील्ड के जातकों के लिए 15 जून के बाद का समय बहुत अनुकूल है। 15 सितम्बर के बाद पदोन्नति या जॉब चेंज के अवसर बन सकते हैं। मैनेजमेंट, पत्रकारिता तथा टीवी इंडस्ट्री से संबंधित जातक लाभान्वित होंगे। प्रशासनिक सेवा के लोग इस वर्ष लाभान्वित होंगे तथा सितम्बर के बाद उनका प्रमोशन हो सकता है।
3. लव लाइफ : लव लाइफ सफल रहेगा। फरवरी तक लव लाइफ में थोड़ा तनाव रहेगा। दाम्पत्य जीवन सुखद रहेगा। जीवन साथी को मार्च, सितम्बर तथा अक्टूबर में स्वास्थ्य से परेशानी हो सकती है। इस वर्ष प्रेम,विवाह का रूप लेगा। इसके लिए जून के बाद का समय बेहतर है।
4. आर्थिक स्थिति : व्यवसाय में खूब सफलता प्राप्त होगी। अगस्त के बाद कोई बड़ा लाभ सम्भव है। मकान व वाहन क्रय कर सकते हैं। यह वर्ष बहुत ही समृद्वि देगा। धन का निवेश होगा।
5. शुभ समय : जून और सितंबर के मास सुखद समय लेकर आएंगे।
6. उपाय : शनिवार को हनुमानजी की उपासना करें। पीपल की पूजा करें व उनको जल दें। सोमवार को भगवान शिव की उपासना करें। इस राशि के स्वामी शनि की पूजा करें। लाजवर्त धारण करें। पन्ना भी पहन सकते हैं।