- वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह मंगल है
- बिजनेस में लाभ के बन रहे हैं योग
- स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही भारी पड़ सकती है
Vrishchik Rashifal 2021 : वृश्चिक राशि बारह राशियों में अष्टम राशि होती है। इसका स्वामी ग्रह मंगल है।मंगल धन, ऐश्वर्य व आत्मबल में वृद्धि करता है। मंगल भूमि प्रदान करता है।मंगल चल तथा अचल संपत्ति देता है। इस राशि के जातक सुन्दर शरीर वाले तथा जीवन में बहुत सफल होते हैं। सेना,पुलिस,सिविल सेवा, राजनीति,प्रबंधन तथा जमीन सम्बंधित व्यवसाय में यह जातक बहुत ही सफल होते हैं। इस वर्ष वृश्चिक राशि के जातक सफलता के नए आयाम गढ़ेंगे। व्यवसाय तथा जॉब में सफल रहेंगे। यह वर्ष इनका उन्नतिकारक है लेकिन स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना होगा। राजनीतिज्ञों के लिए यह वर्ष बहुत ही श्रेयस्कर है।
जानें 2021 वृश्चिक राशि वालों के लिए कैसा रहेगा (Scorpio yearly horoscope 2021)
1. स्वास्थ्य : यह वर्ष स्वास्थ्य की दृष्टि से थोड़ा खराब रहेगा।मंगल रक्त विकार देता है। ब्लड प्रेशर तथा शुगर के लोग 15 मई से जून फिर नवम्बर में एलर्ट रहेंगे। वृद्धों व दिल के रोगियों के लिए स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने का वर्ष है। फरवरी में भी हेल्थ प्रॉब्लम भी आ सकती है।
2. जॉब : जॉब की दृष्टि से यह वर्ष आपका बहुत ही अच्छा रहेगा। यह वर्ष अप्रैल के बाद जॉब में उन्नति का है। बैंकिंग, फिल्म, टीवी, मैनेजमेंट तथा कन्स्ट्रक्शन फील्ड से सम्बद्ध लोग खूब सफल रहेंगे। इस वर्ष जॉब में मई के बाद परिवर्तन दिखा रहा है। आईटी व मीडिया सेवा जे जुड़े जातक बहुत ही सफल रहेंगे। मार्च तक का समय थोड़ा संघर्ष का है। सितम्बर से दिसम्बर तक का समय प्रोमोशन के लिए बहुत ही शानदार है। यदि जॉब चेंज करना चाहते हैं तो मई से अगस्त तक का समय बेहतर है।
3. लव लाइफ : अविवाहित युवा जो लव अफेयर में हैं इस वर्ष जून से नवम्बर के मध्य विवाह के पवित्र बन्धन में आ जाएंगे। आपकी लव लाइफ बहुत शानदार रहेगी। इस वर्ष प्रेम की परिणती विवाहयोग्य जातकों के लिये विवाह में है। आपका वैवाहिक जीवन इस वर्ष बहुत ही बेहतर रहेगा। फरवरी का महीना जीवन साथी के स्वास्थ्य के लिए बेहतर नहीं है।
4. आर्थिक स्थिति : यह वर्ष मार्च से जून फिर दिसंबर के समय व्यवसाय से धन की प्राप्ति का सुन्दर समय है। इस वर्ष आप जून से सितंबर के मध्य जमीन या मकान खरीद सकते हैं। इस राशि के जातक 15 मार्च से जुलाई तक फिर दिसंबर में व्यवसाय से प्रसन्न रहेंगे।
5. शुभ समय : अप्रैल से जून, फिर 15 सितम्बर से वर्ष के अंत तक का समय बेहतर है।
6. उपाय : मंगल के बीज मंत्र का जप करें। प्रतिदिन सुन्दरकाण्ड का पाठ करें। हर मंगलवार हनुमानजी के मंदिर जायें व उनकी तीन परिक्रमा करें। गो माता को गुड़ खिलाएं। मसूर की दाल का दान करें।