- प्यार के शादी में बदलने के पूर्ण योग हैं
- ग्रह मजबूत करने के लिए गाय को बुधवार को पालक खिलाएं
- विदेश में जॉब करने के योग भी बन रहे हैं
Kanya Rashifal 2021 : कन्या राशि ज्योतिष की खष्ठम राशि है। कन्या राशि का स्वामी ग्रह बुध होता है। इस राशि के जातक बहुत ही आकर्षक व मृदुभाषी होते हैं। बुध वाणी का कारक ग्रह है। बुध उच्च कोटि का मैनजमेंट स्किल देता है। इस राशि के जातक धनी, कुशाग्र बुद्धि वाले तथा विशाल व्यक्तित्व के धनी होते हैं। बैंकिंग, एडमिनिस्ट्रेशन, मैनेजमेंट ,मीडिया, टीचिंग, ला तथा बैंकिंग फील्ड में बहुत ही गगनचुंबी सफलता की प्राप्ति करते हैं। मिथुन राशि का भी स्वामी बुध है। तुला, वृष, मकर तथा कुम्भ इसकी मित्र राशियां हैं। इस राशि का रत्न पन्ना है।ओपल भी धारण कर सकते हैं। वर्ष 2021का कन्या राशि का राशिफल निम्नवत है
जानें 2021 कन्या राशि वालों के लिए कैसा रहेगा (Virgo yearly horoscope 2021)
1. स्वास्थ्य : इस वर्ष स्वास्थ्य मार्च तक बहुत बेहतर नहीं रहेगा। 15 मई के बाद स्वास्थ्य पहले से बेहतर होगा। हार्ट से प्राब्लम आ सकती है। जनवरी, जून तथा सितंबर का महीना सचेत रहने का है। 15 मार्च तक स्वास्थ्य की समस्या से प्रभावित रह सकते हैं।
2. जॉब : जॉब में अप्रैल के बाद प्रगति करेंगे। मई के बाद प्रोमोशन में सफलता मिलेगी। तकनीकी तथा प्रबंधन फील्ड के छात्र बहुत ही सफल रहेंगे। जॉब में उन्नति ही उन्नति है। विदेश जा सकते हैं। जून के बाद का समय प्रोन्नति या जॉब चेंज करने का है। लेखन, बैंकिंग तथा प्रिंट मीडिया का संबंध भी बुध से है। ये लोग नई उपलब्धियों से प्रसन्न रहेंगे। न्यायिक तथा वित्तीय सेवा से जुड़े लोग नवीन अवसरों की प्राप्ति करेंगे।
3. लव लाइफ : आपकी लव लाइफ में 15 फरवरी से 15 मार्च तक समस्या रहेगी। 15 मई से नवम्बर तक का समय प्रेम विवाह में बदल सकता है। दाम्पत्य जीवन सामान्य रहेगा। प्रेम भरे जीवन मे मार्च तथा मई के समय थोड़ी प्राब्लम आ सकती है।
4. आर्थिक स्थिति : व्यवसाय में मई से सितम्बर तक फिर दिसंबर में विस्तार की व्यवस्था रहेगी। यही समय धन प्राप्ति के लिए बेहतर समय है। इस वर्ष अपना मनपसंद वाहन खरीद सकते हैं। धन का निवेश रियल स्टेट में कर सकते हैं।
5. शुभ समय : 15 मार्च से जून तक फिर नवम्बर व दिसंबर तक का समय सुंदर है।
6. उपाय : प्रतिदिन श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें। भगवान विष्णु व गणेश जी की पूजा करें। श्री सूक्त का पाठ करें। प्रत्येक बुधवार को मूंग का दान करें। गाय को बुधवार को पालक खिलाएं।