- बीडब्लूएफ वर्ल्ड टूर सेमीफाइनल के सेमीफाइनल में पहुंच चुकी सिंधू को ग्रुप दौर के आखिरी मुकाबले में मिली हार
- ग्रुप ए में दूसरे पायदान पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंची हैं सिंधू
- किदांबी श्रीकांत अपना तीसरा मैच हारकर हुए टूर्नामेंट से बाहर
बाली: बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल्स में पहले ही सेमीफाइनल में स्थान पक्का कर चुकी भारत की पीवी सिंधू को शुक्रवार को ग्रुप ए के अपने तीसरे और अंतिम महिला एकल मैच में थाईलैंड की शीर्ष वरीय पोर्नापावी चोचुवोंग से तीन गेम तक चले मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।
ग्रुप ए में दूसरे पायदान पर रहीं सिंधू
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू दुनिया की 10वें नंबर की चोचुवोंग पर दबाव नहीं बना सकीं और एक घंटे 11 मिनट तक चले मैच में 12-21, 12-19, 14-21 से हार गयीं। यह 2016 विश्व जूनियर चैम्पियन चोचुवोंग के खिलाफ सात भिड़ंत में सिंधू की तीसरी हार है। इस तरह सिंधू ग्रुप ए में चोचुवोंग के बाद दूसरे स्थान पर रहीं। अब उनकी सेमीफाइनल की प्रतिद्वंद्वी का फैसला ड्रा में दिन के अन्य मुकाबले से तय होगा।
टूर्नामेंट से बाहर हुए किदाम्बी श्रीकांत
इससे पहले किदाम्बी श्रीकांत मलेशिया के ली जि जिया के हाथों ग्रुप बी का तीसरा और आखिरी मैच सीधे गेम में हारकर सत्र के आखिरी टूर्नामेंट से बाहर हो गए। दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी को ऑल इंग्लैंड चैम्पियन ली ने 37 मिनट में 21-19, 21-14 से हराया। दुनिया के आठवें नंबर के मलेशियाई खिलाड़ी के हाथों श्रीकांत की यह दूसरी हार थी। वह हाइलो ओपन में भी उससे हार गए थे।
खत्म हुआ पोनप्पा और सिक्की रेड्डी का अभियान
अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी का भी अभियान समाप्त हो गया, हालांकि उन्होंने ग्रुप के तीसरे और अंतिम मैच में च्लो बिर्च और लॉरेन स्मिथ की इंग्लैंड की जोड़ी पर 21-19, 9-21, 21-14 से जीत दर्ज की।
सिंधू ने आसानी से गंवाया पहला गेम
मौजदूा विश्व चैम्पियन सिंधू मुकाबले के दौरान चोचुवोंग के खिलाफ रैलियों पर नियंत्रण नहीं बना सकीं। प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी अपने बेहतरीन स्ट्रोक्स से उनसे आगे ही रहीं। चोचुवोंग ने 5-3 की बढ़त के बाद ब्रेक तक इसे 11-6 कर दिया। थाईलैंड की खिलाड़ी को अपने कोण लेते और तेज तर्रार रिटर्न का फायदा मिला जिससे वह 17-9 से बढ़त बनाये थीं। सिंधू के वाइड जाने के बाद उन्होंने पहला गेम अपने नाम किया।
दूसरे गेम में सिंधू ने की शानदार वापसी
सिंधू ने दूसरे गेम में वापसी करते हुए 6-3 की बढ़त हासिल की और ब्रेक तक वह पांच अंक की बढ़त बनाये थीं। पर तीन रक्षात्मक चूक से चोचुवोंग ने सिंधू से बढ़त के अंतर को कम किया। दोनों के बीच रैलियों का रोमांचक मुकाबला चला जिससे स्कोर 16-16 से बराबर हो गया। पर सिंधू ने अपने प्रतिद्वंद्वी की बैकलाइन पर गलती से गेम जीतकर बराबरी हासिल की। निर्णायक गेम भी चुनौतीपूर्ण रहा जिसमें चोचुवोंग ने ब्रेक तक 11-7 तक बढ़त बना ली। उन्होंने अपनी बढ़त बनाना जारी रखा और 17-14 से आगे हो ली। फिर लगातार अगले तीन प्वाइंट जुटाकर मैच जीत लिया।
इससे पहले श्रीकांत शुरूआत में 0-3 से पीछे थे लेकिन एक समय 9-8 की बढ़त बना ली। ली ने हालांकि ब्रेक तक दो अंक की बढ़त हासिल कर ली थी। श्रीकांत ने ब्रेक के बाद फिर 17-15 की बढ़त बनाई लेकिन लय खोने के कारण पहला गेम गंवा दिया। दूसरे गेम में अच्छी शुरूआत करके 7-3 के अंतर से बढ़त हासिल की लेकिन ली ने फिर वापसी करते हुए श्रीकांत को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया।