- बजरंग पूनिया ने राष्ट्रमंडल खेलों में जीता लगातार दूसरा गोल्ड
- गोल्डकोस्ट में भी 65 किग्रा भारवर्ग में बजरंग ने जीता था सोना
- टोक्यो में कांस्य पदक जीतने के बाद बजरंग ने भरी है पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने की हुंकार
बर्मिंघम: भारत के स्टार पहलवान बजरंग पूनिया ने शुक्रवार को कनाडा के पहलवान को मात देकर बर्मिंघम राष्टमंडल खेलों में पुरुषों के 65 किग्रा भारवर्ग का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। यह राष्ट्रमंडल खेलों में बजरंग का लगातार दूसरा स्वर्ण है। गोल्ड कोस्ट में साल 2018 में उन्होंने इसी भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता था।
पेरिस ओलंपिक में गोल्ड जीतने की करूंगा कोशिश
साल 2021 में टोक्यो में आयोजित ओलंपिक खेलों में बजरंग कांस्य पदक जीत सके थे। ऐसे में उन्होंने 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्णपदक जीतने के बाद साल 2014 में पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने की हुंकार भरी है। बजरंग ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा, मैं हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करता हूं। मैं लोगों का उनके समर्थन के लिए शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। इसके अलावा मैं साल 2024 में पेरिस में होने वाले ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने की कोशिश करूंगा।
फाइनल से पहले बजरंग ने नहीं दिया था एक भी अंक
बजरंग ने शुक्रवार को कनाडा को पहलवान को 9-2 के अंतर से मात दी। मुकाबले के पहले हाफ में बजरंग ने 4-0 की बढ़त हासिल कर ली थी और विरोधी पहलवान मैकेन को कोई मौका नहीं दिया। ऐसे में दूसरे राउंड में मैकेन मे वापसी की कोशिश की और स्कोर 4-2 हो गया। ऐसे में बजरंग ने फिर से दम दिखाय और मुकाबले को 9-2 के अंतर से अपने नाम कर लिया। स्वर्ण पदक जीत के दौरान पहली बार उनके खिलाफ विरोधी पहलवान अंक बटोरने में सफल हुआ।