लाइव टीवी

India vs Afghanistan FIFA WC qualifier: अंतिम क्षणों में गोल के दम पर भारत ने खेला ड्रॉ

Updated Nov 14, 2019 | 22:36 IST | भाषा

India vs Afghanistan: भारतीय फुटबॉल टीम ने अफगानिस्तान के खिलाफ फीफा विश्व कप क्वालीफायर मैच में 1-1 से ड्रॉ खेला। इसके साथ ही भारतीय टीम अब भी अपनी पहली जीत से दूर है।

Loading ...
तस्वीर साभार:&nbspTwitter
Seiminlen Doungel
मुख्य बातें
  • फीफा विश्व कप क्वालीफायर
  • भारतीय फुटबॉल टीम ने अफगानिस्तान से खेला ड्रॉ
  • अंतिम क्षणों में सीमिनलेन डोंगेल ने किया गोल

दुशान्बे (ताजिकिस्तान): भारत ने दूसरे हाफ के इंजुरी टाइम में गोल करके अफगानिस्तान के खिलाफ फीफा विश्व कप क्वालीफायर मैच में गुरुवार को यहां 1-1 से ड्रा खेला। इस परिणाम का मतलब है कि विश्व रैंकिंग में 106वें नंबर पर काबिज भारत को क्वालीफाईंग में अब भी अपनी पहली जीत की दरकार है। भारतीय टीम जब अपनी दूसरी हार की तरफ बढ़ रही थी तब स्थानापन्न सीमिनलेन डोंगेल (90+3) ने गोल किया। अफगानिस्तान ने जेल्फागर नाजरी (45+1) के गोल की मदद से बढ़त बनाकर भारत को परेशानी में डाल दिया था।

भारत ग्रुप ई में अब भी चौथे स्थान पर बना हुआ है। उसके चार मैचों में तीन अंक हें जबकि अफगानिस्तान चार अंक लेकर तीसरे स्थान पर है। सेंट्रल रिपलब्लिकन स्टेडियम में बेहद ठंडे मौसम में खेला गया। शाम को तापमान नौ डिग्री तक चला गया था। भारत ने पहले हाफ के इंजुरी टाइम में गोल खाया। तब दाविद नजम ने शानदार मूव बनाकर उसे नाजरी तक भेजा जिन्होंने भारतीय रक्षकों को छकाकर गोल किया।

अफगानिस्तान ने पिछले मैचों के अच्छे प्रदर्शन से मिला आत्मविश्वास दिखाया। यह उसका घरेलू मैच था। पहले हाफ में अफगानिस्तान की टीम ने बेहतर खेल दिखाया और उसने भारतीय रक्षापंक्ति को दबाव में रखा जिसमें मंदर राव देसाई, आदिल खान, राहुल भेके और प्रीतम कोटल शामिल थे। अफगानिस्तान के स्ट्राइकर अहमद ओमरान और मिडफील्डर फैसल शायस्ता ने उन्हें व्यस्त रखा।

भारत ने भी एक दो बार प्रयास किये लेकिन उसने कोई स्पष्ट मौका नहीं बनाया। भारत ने मध्यांतर के बाद मंदर राव की जगह फारूख चौधरी को उतारा। भारतीयों ने बराबरी का गोल करने के लिये जी जान लगा दी।

भारत के पास 58वें मिनट में मौका था लेकिन कप्तान सुनील छेत्री का प्रीतम कोटाल के क्रास पर लगाया गया हेडर अजीजी ने बचा दिया। भारतीयों पर जब निराशा हावी हो रही थी तब इगोर स्टिमाक का कोटल की जगह डोंगेल को उतारने का फैसला सही साबित हुआ।