बैंकॉक: भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और किदाम्बी श्रीकांत बुधवार को यहां एचएसबीसी बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल्स में अपने ग्रुप बी के शुरूआती मुकाबलों में हार गये। टोयोटा थाईलैंड ओपन के क्वार्टरफाइनल में मिली हार के एक हफ्ते बाद विश्व चैम्पियन बैडमिंटन खिलाड़ी सिंधु ने हालांकि बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन वह 59 मिनट तक चले मुकाबले में ताईवान की दुनिया की नंबर एक शटलर ताइ जु यिंग के खिलाफ जीत दर्ज करने में नाकाम रही और 21-19 12-21 17-21 से हार गयी।
सिंधु ने कहा, ‘‘यह अच्छा मैच था, कोई भी अंक आसानी से नहीं मिला। तीसरे गेम में मैंने वापसी की और एक समय सिर्फ एक अंक का अंतर था। मैं रैली के दौरान दो बार अपने रैकेट की स्ट्रिंग तुड़वा बैठी और इससे फर्क पड़ा।’’ सिंधु की यह जु यिंग से 21वीं भिड़ंत में 16वीं हार है। उन्होंने कहा, ‘‘यह कठिन ग्रुप है। मुझे शत प्रतिशत देना होगा।’’
विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर रह चुके श्रीकांत भी एक गेम में बढ़त बनाने के बावजूद 77 मिनट तक चले मुकाबले में दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी एंडर्स एंटोनसेन से 21-15 16-21 18-21 पराजित हो गये। ओलंपिक रजत पदकधारी सिंधु ने यह प्रतिष्ठित खिताब 2018 में अपने नाम किया था। अब वह 15 लाख डॉलर ईनामी राशि के टूर्नामेंट में घरेलू प्रबल दावेदार रतचानोक इंतानोन से भिड़ेंगी जिन्होंने पिछले हफ्ते उन्हें करारी शिकस्त दी थी। वहीं 14वीं रैंकिंग पर काबिज श्रीकांत का मुकाबला गुरूवार को चीनी ताइपे के चौथे वरीय वांग जु वेई से होगा।
शुरूआती गेम काफी करीबी रहा जिसमें सिंधु और जु यिंग के बीच दिलचस्प मुकाबला हुआ। ताईवान की खिलाड़ी ने गेम में ज्यादातर समय बढ़त बनायी लेकिन सिंधु भी वापसी करती रहीं और अंत में लगातार चार प्वाइंट बनाकर गेम अपने नाम किया। जु यिंग 5-3 से बढ़त बनाये थी और फिर सिंधु के नेट पर कुछ अंक गंवाने से उन्होंने इसे 11-8 कर लिया। सिंधु शानदार क्रास कोर्ट स्लाइस शॉट और बैकहैंड रिटर्न से वापसी करते हुए 16-16 की बराबरी पर पहुंच गयी।
जु यिंह हालांकि फिर आगे हो गयीं। इसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने दो तेज तर्रार स्मैश लगाकर अंक 19-19 कर लिये और गेम प्वाइंट हासिल किया। सिंधु ने फिर नेट पर क्रास कोर्ट रिटर्न शॉट खेला, उनकी प्रतिद्वंद्वी इसे बचा नहीं सकीं और इस भारतीय ने पहला गेम अपने नाम किया। पर दूसरे गेम में जु यिंह ने आक्रामक खेल दिखाते हुए 6-0 से बढ़त बना ली। सिंधु इसे 3-7 ही कर पायी थीं कि ताईवानी खिलाड़ी तेजी से 9-4 से आगे हो गयी।
सिंधु की दो सहज गलतियों का फायदा उठाते हुए जु यिंग ब्रेक तक 11-4 से आगे थीं। ताईवानी खिलाड़ी ने सिंधु पर दबाव बरकरार रखते हुए 19-9 के स्कोर के बाद क्रास कोर्ट रिटर्न से गेम अपने नाम कर मैच 1-1 से बराबर कर लिया। निर्णायक गेम में भी जु यिंग ने शुरू में 6-3 की बढ़त ले ली, हालांकि कुछ गलतियों को फायदा उठाकर सिंधु 6-6 से बराबरी पर गयीं। पर दूसरी वरीय ताईवानी ने ब्रेक तक स्कोर 11-9 कर दिया। इसके बाद 13-15 के अंत तक सिंधु ने दो अंक का अंतर बनाये रखा पर भारतीय खिलाड़ी के नेट पर कमजोर रिटर्न से जु यिंग 17-13 से आने होने में कामयाब हो गयीं।
जु यिंग ने तीन मैच प्वाइंट अपने नाम करने के बाद शानदार रिटर्न से मैच जीत लिया।
सत्र के फाइनल में चौथी बार जगह बनाने वाले श्रीकांत पहले गेम में शुरू में 7-1 से आगे हो गये लेकिन कुछ सहज गलतियों से डेनमार्क के एंटोनसेन को फायदा मिला। दानिश खिलाड़ी ने 35 शॉट की लंबी रैली में भी अंक जुटाया लेकिन श्रीकांत ब्रेक तक तीन अंक की बढ़त बनाने में कामयाब रहे। पर फिर एंटोनसेन एक स्मैश से 12-12 से बराबरी पर आ गये।
श्रीकांत ने फिर शानदार वापसी कर इसे 16-13 कर दिया और फिर दो स्मैश से वह 19-13 से आगे हो गये। जल्द ही उन्होंने पांच गेम प्वाइंट मौकों पर फायदा उठाकर इस गेम को अपनी झोली में डाल लिया। दूसरे गेम में एंटोनसेन ने 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए स्कोर 5-2 कर दिया। ब्रेक तक वह श्रीकांत पर चार अंक की बढ़त बनाये थे। श्रीकांत ने हालांकि वापसी की और इसे 15-16 कर दिया, पर एंटोनसेन ने फिर चार गेम प्वाइंट हासिल कर दूसरा गेम जीत लिया।
निर्णायक तीसरे गेम में श्रीकांत ब्रेक तक दो अंक की बढ़त बनाये थे लेकिन वह कई सहज गलतियां कर बैठे और एंटोनेसन ने वापसी कर 13-13 से बराबरी हासिल कर ली। दो बेहतरीन रैलियों में दोनों ने एक एक पर अंक जुटाये लेकिन अंत में एंटोनसेन ने तीन मैच प्वाइंट अपने नाम किये और श्रीकांत एक अंक बचाने के बाद लांग हिट कर बैठे और दानिश खिलाड़ी ने मैच जीत लिया।