- विंबलडन फाइनल में जगह बनाने वाले इटली के पहले खिलाड़ी बने मैटियो बेरेटिनी
- सेमीफाइनल में बेरेटिनी ने हुरकाज को और दूसरे सेमीफाइनल में जोकोविच ने शापोवालोव को मात दी
- फाइनल मुकाबले में अब मैटियो बेरेटिनी की दिग्गज नोवाक जोकोविच से होगी भिड़ंत
मैटियो बेरेटिनी ने अपनी दमदार सर्विस और ताकतवर फोरहैंड का शानदार नमूना पेश करके शुक्रवार को यहां ह्यूबर्ट हरकाज को हराकर विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया। इटली के सातवीं वरीयता प्राप्त बेरेटिनी ने 22 ऐस जमाये और 60 विनर लगाये। उन्होंने 14वें वरीय और क्वार्टर फाइनल में रोजर फेडरर को हराने वाले हरकाज को 6-3, 6-0, 6-7 (3), 6-4 से पराजित किया। जबकि दूसरे सेमीफाइनल मैच में नोवाक जोकोविच ने डेनिस शापोवालोव को 7-6 (7/3), 7-5, 7-5 से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की।
बेरेटिनी विंबलडन फाइनल में पहुंचने वाले इटली के पहले खिलाड़ी बन गये हैं। यह पिछले 45 वर्षों में पहला अवसर है जबकि इटली का कोई खिलाड़ी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा। बेरेटिनी रविवार को होने वाले फाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त नोवाक जोकोविच से भिड़ेंगे।
बेरेटिनी के फाइनल में पहुंचने से लंदन में रविवार का दिन इटली के विशेष बन गया है। उनके विंबलडन फाइनल में खेलने के बाद इटली वेम्बले स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ यूरोपीय फुटबॉल चैंपियनशिप के फाइनल में उतरेगा। बेरेटिनी से पहले एड्रियानो पेनेटा ग्रैंडस्लैम फाइनल में पहुंचने वाले आखिरी इतालवी खिलाड़ी थे। वह 1976 में फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंचे थे।
पच्चीस वर्षीय बेरेटिनी इससे पहले 2019 में यूएस ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे थे लेकिन उससे आगे बढ़ने में नाकाम रहे थे। ग्रास कोर्ट पर उन्होंने अपना विजय अभियान 11 मैचों तक पहुंचा दिया है। उन्होंने पिछले महीने क्वीन्स क्लब का खिताब जीता था। पोलैंड के हरकाज इससे पहले कभी ग्रैंडस्लैम के तीसरे दौर से आगे नहीं बढ़ पाये थे लेकिन विंबलडन के सेमीफाइनल में पहुंचने की राह में उन्होंने आठ बार के चैंपियन फेडरर और नंबर दो दानिल मेदवेदेव को हराया था।
लेकिन बेरेटिनी ने उन्हें ज्यादा मौके नहीं दिये। पहले सेट में हरकाज एक समय 3-2 से आगे थे लेकिन बेरेटिनी ने उनकी सर्विस तोड़कर वापसी की। इटली के खिलाड़ी को इसके बाद पहले दो सेट जीतने में दिक्कत नहीं हुई। बेरेटिनी का उत्साह बढ़ाने के लिये उनकी महिला मित्र अजला टोमायानोविच भी मौजूद थी जो महिला एकल के क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने में सफल रही थी। तीसरे सेट में चार बार बेरेटिनी जीत से दो अंक पीछे थे लेकिन हर बार हरकाज ने वापसी की। यह सेट टाईब्रेकर तक खिंचा जिसमें हरकाज ने शुरू में ही 4-0 से बढ़त बना दी।
हरकाज ने यह सेट जीता लेकिन बेरेटिनी जल्द ही अपने रंग में आ गये। उनके पास चौथे सेट में 5-3 पर मैच प्वाइंट था जिसे हरकाज ने बचा दिया। बेरेटिनी ने हालांकि इसके पांच मिनट बाद दूसरे मैच प्वाइंट पर जीत दर्ज की।