- ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी बनी 2021 महिला विंबलडन चैंपियन
- बार्टी 41 साल में विंबलडन सिंगल्स का खिताब जीतने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई महिला बनी
- एश्ले बार्टी ने फाइनल में चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिस्कोवा को मात दी
लंदन: विश्व नंबर-1 ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी (Ashleigh Barty) ने शनिवार को मशहूर सेंटर कोर्ट पर विंबलडन चैंपियनशिप 2021 के महिला सिंगल्स फाइनल में कैरोलिना प्लिस्कोवा (Karolina Pliskova) को 6-3, 6-7 (4/7), 6-3 से मात देकर खिताब जीता। बार्टी ने अपने करियर में पहली बार विंबलडन (Wimbledon) खिताब जीता। प्लिस्कोवा पर रोमांचकारी मुकाबले में जीत दर्ज करने के साथ ही बार्टी 41 साल में विंबलडन सिंगल्स खिताब जीतने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई महिला टेनिस खिलाड़ी बनी।
यह बार्टी का दूसरा ग्रैंडस्लैम खिताब है। बार्टी ने इससे पहले 2019 में फ्रेंच ओपन ट्रॉफी जीती थी। इवोने गूलागोंग के 1980 में ऑल इंग्लैंड क्लब में खिताब जीतने के बाद वह यहां ट्रॉफी हासिल करने वाली पहली आस्ट्रेलियाई महिला हैं। बार्टी ने कहा कि उन्हें गूलागोंग से काफी प्रेरणा मिली हैं। उन्होंने विम्बलडन में वैसी ही ड्रेस पहनी जैसी गूलागोंग ने 1971 में पहली बार टूर्नामेंट जीतने के दौरान पहनी थी।
25 वर्षीय बार्टी एक दशक पहले विम्बलडन में जूनियर चैम्पियन रही थीं और फिर उन्होंने थकान की वजह से 2014 में करीब दो साल के लिये टेनिस टूर से दूर रहने का फैसला किया था। उन्होंने अपने देश में पेशेवर क्रिकेट खेलना शुरू किया और फिर आखिर में अपने खेल में वापसी करने का फैसला किया जो अच्छा ही रहा।
बार्टी बीते पांच साल मं विंबलडन के फाइनल में पहुंचने वाली पहली वर्ल्ड नम्बर-1 हैं। बार्टी ने सेमीफाइनल में 2018 की चैम्पियन एंगलिक केरबर को 6-3, 7-6(3) से हराया था। यह मुकाबला एक घंटे 26 मिनट चला था। इससे पहले बार्टी 2019 में फ्रेंच ओपन के रूप में एकमात्र ग्लैंड स्लैम जीतने में सफल रही हैं।
बार्टी की विंबलडन फाइनल में यादगार जीत एवोन गूलागोंग कॉले के ऑल इंग्लैंड क्लब पर पहले खिताब जीतने की 50वीं वर्षगाठ पर आई। बार्टी ने ऐतिहासिक फाइनल जीतने के बाद कहा, 'मुझे उम्मीद है कि मैंने एवोन को गर्व महसूस कराया होगा।' बार्टी से पहले 1980 में एवोन ने ही अपना दूसरा विंबलडन खिताब जीता था। इसके बाद से कोई ऑस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी विंबलडन खिताब नहीं जीत सकी थी। बार्टी ने इस सूखे को खत्म किया।
ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी और चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिस्कोवा के बीच महिलाओं का विंबलडन फाइनल ऐतिहासिक रहा। 2012 के बाद यह पहला मौका रहा जब महिलाओं के विंबलडन फाइनल का नतीजा तीन सेट के मुकाबले के बाद निकला। 2012 में महिलाओं के विंबलडन फाइनल में अमेरिका की सेरेना विलियम्स ने पौलेंड की एग्निस्का रदवांस्का को मात दी थी।