- भारत के लिए ओलंपिक में खास दिन रहा रविवार (1 अगस्त)
- पीवी सिंधू ने चीन की खिलाड़ी को हराकर बैडमिंटन में कांस्य पदक जीता
- भारतीय हॉकी टीम ने 49 साल बाद पुरुष हॉकी फाइनल में जगह बनाई
रविवार का दिन भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक में शानदार साबित हुआ। एक तरफ जहां बैडमिंटन में पीवी सिंधू ने चीन की ही बिंगजाओ को हराकर कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा। वहीं दूसरी तरफ भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ग्रेट ब्रिटेन को 2-1 से हराकर 49 वर्षों बाद पहली बार ओलंपिक के अंतिम चार में जगह बनायी।
रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता और विश्व चैंपियन छठी वरीय पीवी सिंधू ने रविवार को यहां चीन की आठवीं वरीय ही बिंग जियाओ को सीधे गेम में हराकर टोक्यो खेलों की महिला एकल स्पर्धा का कांस्य पदक जीता और ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं। दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधू ने मुसाहिनो फॉरेस्ट स्पोर्ट्स प्लाजा में 53 मिनट चले कांस्य पदक के मुकाबले में चीन की दुनिया की नौवें नंबर की बायें हाथ की खिलाड़ी बिंग जियाओ को 21-13, 21-15 से शिकस्त दी।
भारतीय हॉकी टीम सेमीफाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन बेल्जियम से भिड़ेगा जिसने क्वार्टर फाइनल में स्पेन को 3-1 से हराया। दूसरा सेमीफाइनल आस्ट्रेलिया और जर्मनी के बीच खेला जाएगा। भारत की तरफ से दिलप्रीत सिंह (सातवें), गुरजंत सिंह (16वें) और हार्दिक सिंह (57वें मिनट) ने गोल किये। ग्रेट ब्रिटेन की तरफ से एकमात्र गोल सैमुअल इयान वार्ड (45वें) ने किया।
खेल जगत के इन दिग्गजों ने दी शुभकामनाएं
भारतीय हॉकी टीम अब सेमीफाइनल में बेल्जियम की टीम से भिड़ेगी। भारतीय टीम से इस बार पदक की उम्मीदें और बढ़ गई हैं। अगले मैच पर करोड़ों भारतीय फैंस की नजरें रहने वाली हैं।