- खेलमंत्री रिजिजू ने वाडा अध्यक्ष विटोल्ड बांका के साथ मंगलवार को ऑनलाइन बैठक की
- रिजिजू ने बैठक के दौरान कहा खत्म कर दी गई हैं एनडीटीएल की कमियां
- अब एनडीटीएल अंतरराष्ट्रीय मानदंडों की सभी शर्तों को पूरा करती है इसलिए खत्म कर देना चाहिए निलंबन
नई दिल्ली: खेल मंत्री किरन रिजिजू ने राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (एनडीटीएल) को पूरी तरह से विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) के मानदंडों के अनुरूप करार देते हुए वैश्विक एजेंसी से इस प्रयोगशाला पर चल रहा निलंबन हटाने का आग्रह किया। एनडीटीएल को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नहीं होने के कारण पिछले साल अगस्त में निलंबित कर दिया गया था। जुलाई में वाडा ने एनडीटीएल का निलंबन छह महीने के लिये बढ़ा दिया था।
रिजिजू ने वाडा अध्यक्ष विटोल्ड बांका के साथ मंगलवार को ऑनलाइन बैठक की थी। खेल मंत्री ने यहां जारी बयान में कहा, 'मुझे सूचित किया गया है कि एनडीटीएल ने वाडा की समयसीमा के तहत सभी 47 सुधारों की रिपोर्ट वाडा को सौंप दी है। इसके अलावा वाडा कार्यकारी समिति ने जिन 13 बिंदुओं के बारे में बताया था उन पर भी अनुपालन रिपोर्ट भेजी गयी है।'
उन्होंने कहा, 'इसके साथ ही एनडीटीएल वाडा और प्रयोगशालाओं के लिये अंतरराष्ट्रीय मानदंडों की सभी शर्तों को पूरा करती है। मैं आपसे प्रक्रिया में तेजी लाने एनडीटीएल पर लगाया गया वाडा का निलंबन हटाने का अनुरोध करता हूं।'
रीजीजू ने वाडा टीम से एनडीटीएल का दौरा करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय यात्राओं की अनुमति मिलने के बाद मैं वाडा टीम से आग्रह करूंगा कि वे एनडीटीएल का दौरा करके जांच करें कि इसमें सभी कार्य वाडा की शर्तों के अनुरूप किये गये हैं। अगर किसी तरह के सुधार की जरूरत होगी तो हम वैसा करेंगे।'
निलंबन के कारण एनडीटीएल डोपिंग रोधी गतिविधियों को संचालन नहीं कर पा रहा है जिसमें मूत्र और रक्त नमूनों का परीक्षण भी शामिल है। अभी राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) जिन नमूनों को एकत्रित करती है उन्हें परीक्षण के लिये दोहा स्थित वाडा से मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में भेजा जाता है।