- द सिंह ब्रदर्स ने भारत में किसान आंदोलन के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया
- द सिंह ब्रदर्स ने सोशल मीडिया के जरिये अपना समर्थन जाहिर किया
- सुनील और समीर दोनों डब्ल्यूडब्ल्यूई का हिस्सा हैं और पूर्व 24/7 चैंपियंस हैं
न्यूयॉर्क: भारत में किसान आंदोलन की गूंज डब्ल्यूडब्ल्यूई तक पहुंच गई है। द सिंह ब्रदर्स के नाम से मशहूर सुनील सिंह और उनके भाई समीर सिंह ने भारत में जारी किसानों के विरोध के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया है। सुनील और समीर डब्ल्यूडब्ल्यूई का हिस्सा हैं और पूर्व 24/7 चैंपियंस हैं। कनाडा में जन्में सुनील उर्फ गुरविंदर सिहरा व समीर उर्फ हरविंदर सिहरा ने सोशल मीडिया के जरिये किसान आंदोलन के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया।
इन दोनों रेसलर्स ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा- हम किसानों के साथ खड़े हैं। इस पोस्ट के कैप्शन पर लिखा है- हजारों मील दूर, हम अपनी लड़ाई कर रहे हैं। हालांकि, सबसे बड़ी लड़ाई भारत की ठंड़ी सकड़ों पर चल रही है। मानव अपने मानवाधिकार के लिए लड़ रहे हैं। उनकी आवाज को सुनने की लड़ाई चल रही है। ऐसा सब देखना बहुत ही भावुक, दुखद और निराश कर देने वाला है। इसे तीन महीने हो चुके हैं और इसकी गिनती जारी है। हमारे दिल अपने सभी सिख, मुस्लिम, हिंदू भाई-बहनों और भारत के किसानों के साथ हैं। आपकी आवाजें सुनने की शुरूआत हो चुकी है।'
इसमें आगे लिखा गया, 'अपने सिर ऊंचे रखें। मुझे उम्मीद है और प्रार्थन है कि जल्द ही सकारात्मक सुझाव निकलेगा। अपने दिमाग पर राज करें और दुनिया पर राज करें।'
इससे पहले सुनील ने भी इसी तरह का पोस्ट इंस्टाग्राम पर शेयर किया था।
सुनील और समीर दोनों ही डब्ल्यूडब्ल्यूई का हिस्सा हैं और पूर्व 24/7 चैंपियंस हैं। टीम ने अप्रैल 2017 में स्मैकडाउन डेब्यू किया और अब द सिंह ब्रदर्स बनकर लड़ रहे हैं। इससे पहले यह जिंदर महल के मैनेजर के रूप में काम कर रहे थे। इन्होंने जिंदर महल को डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन बनाया और उनके साथ 2019 तक जुड़े रहे। इसके बाद इस जोड़ी ने 205 लाइव में रेसलिंग शुरू की।
जिंदर महल ने दिसंबर में विरोध कर रहे किसानों के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया था। उन्होंने लिखा था, '250 मिलियन से ज्यादा लोग भारत में मजबूती से विरोध कर रहे हैं, इसे सर्वकालिक सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन बनाया है। मैं पंजाबी किसानों के साथ खड़ा हूं। इन लोगों की आवाजें शांतिपूर्वक सुनील जाना चाहिए। दुनिया में कई अन्य विरोध चल रहे हैं, जो मजबूती, दर्शा रहे हैं। यह हर किसी को अपना समर्थन जाहिर करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। यह मामला भी नजरअंदाज नहीं होना चाहिए।'
बता दें कि पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान पिछले साल नवंबर के बाद से दिल्ली की सीमा पर आ चुके हैं। वह सरकार से तीन किसान कानून और एमएसपी हटाने की मांग कर रहे हैं।