- एक वेबसाइट ने दावा किया है कि भीम ऐप यूजर्स का डेटा चोरी की जा सकती है
- वेबसाइट ने कहा कि उसने डेटा सेंधमारी का पता लगाया है
- भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने कहा कि भीम ऐप से कोई छेड़छाड़ नहीं हो सकती है
नई दिल्ली : सेक्युरिटी रिसर्चर्स ने दावा किया कि मोबाइल पैमेंट ऐप BHIM के यूजर्स से जुड़े करीब 7.26 मिलियन लोगों डेटा को एक वेबसाइट ने सेंधमारी कर ली है। वेबसाइट का दावा है कि भीम ऐप से जुड़े बहुत सारा संवेदनशील वित्तीय डेटा सार्वजनिक किया जा सकता है। वीपीएनमेंटर नाम की वेबसाइट ने दावा किया कि उसने इस डिजिटल ऐप में कथित डेटा सेंधमारी का पता लगाया है। वीपीएनमेंटर का दावा है कि वह वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) की समीक्षा करने वाली सबसे बड़ी वेबसाइट है। यह ग्रुप लोगों को साइबर हमलों से रक्षा करने में ऑनलाइन लोगों की मदद करता है। इस मोबाइल पैमेंट ऐप में सेंधमारी का दवा नेक उद्देश्य से हैकिंग करने वाले हैकरों के एक ग्रुप ने दावा किया है।
NPCI ने दावे को किया खारिज
इस पर भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने इस दावे को खारिज किया है कि भीम ऐप (BHIM App) में सेंधमारी करने के रास्ते का पता लगाया है। हालांकि एनपीसीआई ने एक बयान में कहा कि हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि भीम एप के डेटा के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है। सभी लोगों से अनुरोध है कि वह इस तरह की किसी सूचना के बहकावे में नहीं आएं।
BHIM App से छोटे-मोटे लेनदेन के लिए करते हैं लोग
भीम एप (BHIM App) का इस्तेमाल लोग मोबाइल से छोटे-मोटे लेनदेन के लिए करते हैं। इसे एनपीसीआई ने नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद लॉन्च किया था। इसके माध्यम से भुगतान करने वालों की संख्या करोड़ों में है।
ऐसे बचा जा सकता है सेंधमारी से
वीपीएनमेंटर का दावा है कि भीम ऐप (BHIM App) के डेवलपर यदि कुछ सामान्य डेटा सुरक्षा नियमों का पालन करते तो यूजर्स के डेटा में सेंधमारी को दरकिनार किया जा सकता था।