वाशिंगटन : अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA की महाशक्तिशाली दूरबीन जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप इस क्रिसमस पर लॉन्च की गई, जो अब हबल की जगह पर अंतरिक्ष में धरती का आंख बनेगी। वैज्ञानिकों के मुताबिक यह दूरबीन अंतरिक्ष में एलियंस को लेकर भी पता लगाएगी। एलियंस से जुड़े रहस्य को सुलझाने के लिए नासा ने पुजारियों की मदद लेने का फैसला भी किया है, जिसका मकसद यह पता लगाना है कि दुनिया में विभिन्न धर्मों के लोग एलियंस की खबरों पर किस तरह से प्रतिक्रिया देते हैं।
टाइम्स यूके की रिपोर्ट के मुताबिक नासा द्वारा इसके लिए 24 पुजारियों की मदद लेने की जानकारी सामने आ रही है, जिसमें ब्रिटिश पादरी रेवरेंड डॉ एंड्रयू डेविसनभी शामिल हैं। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में एक धर्मशास्त्री के तौर पर कार्यरत पादरी एंड्रयू डेविडसन पृथ्वी के बाहर एलियंस के जीवन की संभावनाओं से इनकार नहीं करते।
(प्रतीकात्मक तस्वीर : iStock)
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उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ डिवाइनिटी ब्लॉग में लिखा, धरती से इतर कहीं भी जीवन की संभावनाओं की पुष्टि के बाद इंसान किस तरह से प्रतिक्रिया देंगे, यह जानने में धार्मिक परंपराओं का अहम योगदान होगा।
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यहां गौर हो कि अब तक उपलब्ध वैज्ञानिक तथ्यों के मुताबिक, पूरे सौरमंडल में पृथ्वी ही एकमात्र ग्रह है, जहां पर जीवन की संभावनाएं हैं और इससे इतर कहीं अन्य जीवन की संभावनाओं को लेकर कोई साक्ष्य अब तक नहीं मिला है, लेकिन वैज्ञानिकों ने पृथ्वी से इतर किसी अन्य जगह जीवन की संभावनाओं से पूरी तरह इनकार कभी नहीं किया है। इसके पीछे यह दलील दी जाती रही है कि ब्रह्मांड में कई आकाशगंगाएं हैं और ऐसे में पृथ्वी से इतर कहीं और जीवन की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।