नई दिल्ली। भारतीय स्मार्टफोन उपयोगकर्ता प्रतिदिन 30 मिनट मीम्स देखने में बिताते हैं। सोमवार को एक नई रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है। रणनीति परामर्श फर्म रेडसीर की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकांश उपयोगकर्ता तनाव को दूर करने के एक अच्छे तरीके के रूप में मीम्स का आनंद लेते हैं, 50 प्रतिशत लोगों को लगता है कि वो मीम्स पर खपत करने वाले समय में इजाफा कर सकते हैं।
एंटरटेनमेंट सेक्टर के चरम पर मीम्स
मृगंक गुटगुटिया, पार्टनर, रेडसीर ने कहा है, 'मीम्स को शेयर करने की क्षमता उन्हें समान रुचि वाले समूहों में लोकप्रिय बनाती है क्योंकि अधिकांश लोग उन्हें उसी तरह से संबंधित पाते हैं। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि पिछले वर्ष करीब 80 प्रतिशत लोगों ने मीम्स पर समय बिताने में वृद्धि की है।' मीम्स अब एंटरटेनमेंट सेक्टर के चरम पर पहुंच गया है।
खुद मीम्स बनाना चाहते हैं 90 फीसदी यूजर्स
इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, कई सारे मीम्स क्रिएशन प्लेटफॉर्म आ गए हैं, यह दर्शाता है कि ये उद्योग फल फूल रहा है। गुटगुटिया ने कहा, 'नब्बे फीसदी उपभोक्ता खुद मीम बनाना चाहते हैं, जो मीम्स बनाने वाले ऐप्स की बड़ी मांग को दर्शाता है।' सोशल मीडिया मीम्स तक पहुंच का प्राथमिक स्रोत है, इसके बाद दोस्तों और परिवारों से पता चलता है।
लोग ब्रांड निर्माण के लिए मीम्स का उपभोग
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है, 'सोशल मीडिया ने सभी को सामग्री निर्माण में अपना हाथ आजमाने की अनुमति दी है, इस प्रकार, इसने मीम्स निर्माण ऐप्स और प्लेटफार्मों के उदय का मार्ग प्रशस्त किया है।' लोग ब्रांड निर्माण के लिए और रचनात्मक आउटलेट के रूप में मीम्स का उपभोग करना या बनाना चाहते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, 'एक महत्वपूर्ण पहलू जो मीम्स को कम समय में इतनी बड़ी लोकप्रियता हासिल कराता है, वह यह है कि कोई भी व्यक्ति उनसे जुड़ सकता है और यह ब्रांड निर्माण और मार्केटिंग के लिए बहुत अच्छा काम करता है।'